कोच का शर्मनाक कारनामा, खिलाड़ी छात्रों को जूतों-थप्पड़ों से पीटा

10/13/2017 3:45:14 PM

रेवाड़ी(वधवा): रेवाड़ी से मुरथल सोनीपत गए खो-खो टीम के 2 खिलाड़ियों की उनके ही कोच द्वारा जूतों व थप्पड़ों से की गई धुनाई का मामला गर्मा गया है। इस पिटाई का वहां मौजूद अन्य खिलाड़ी द्वारा बनाया गया वीडियो जब सार्वजनिक हुआ तो हंगामा खड़ा हो गया और अभिभावक रोष में आ गए। मजबूर होकर स्कूल प्रबंधन समिति ने कोच को निलंबित कर दिया है लेकिन वायरल वीडियो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। 

कोच ने जूतों व थप्पड़ों से खिलाड़ियों की पिटाई
जानकारी के अनुसार रेवाड़ी के यूरो इंटरनैशनल स्कूल के खो-खो खिलाड़ियों की एक टीम सी.बी.एस.ई. द्वारा मुरथल सोनीपत में आयोजित प्रतियोगिता में हिस्सा लेने 1 अक्तूबर को गई थी। टीम के कोच अजित सिंह थे। प्रतियोगिता 3 अक्तूबर को समाप्त हुई। मुरथल में जिस स्थान पर यह टीम रुकी हुई थी। इसी बीच कुछ छात्रों में आपस में मारपीट हो गई। बताया जाता है कि घटना के बाद दोनों छात्र शिक्षक अजीत सिंह के पास शिकायत लेकर पहुंचे। यहां बच्चों एवं शिक्षक में भी कहासुनी हुई। जिसके बाद अजित सिंह इतने आवेश में आ गए कि उन्होंने अपने हाथ में जूता डालकर एक छात्र की धुनाई शुरू कर दी। उसके गाल पर जूतों से कई वार किए। छात्र बार-बार अपनी सफाई देता रहा लेकिन कोच पिटाई करते रहे। तत्पश्चात दूसरे छात्र की बारी आ गई। कोच ने दूसरे छात्र पर थप्पड़ों की बौछार कर दी। इस सारे घटनाक्रम की वहां मौजूद एक अन्य खिलाड़ी छात्र चुपचाप वीडियो बनाता रहा। 

वीडियो वायरल से मामले ने पकड़ा तूल
4 अक्तूबर को खो-खो टीम रेवाड़ी लौट आई। पीड़ित छात्रों ने कोच की बर्बरता से अपने परिजनों को अवगत कराया लेकिन यह मामला उस समय तूल पकड़ गया, जब पिटाई का वीडियो छात्र ने वायरल कर दिया। इस वीडियो को लेकर स्कूल की जब भारी किरकरी हुई तो बृहस्पतिवार को मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रबंधन समिति ने कोच अजित सिंह को स्कूल से निलंबित कर दिया। साथ ही यह भी कहा है उन्हें शीघ्र ही स्कूल से निकाल दिया जाएगा। 

कोच को किया निलंबित
स्कूल के प्राचार्य ईश धींगरा ने कहा कि जैसे ही यह मामला उनके संज्ञान में आया तो उन्होंने पीड़ित छात्रों से तमाम जानकारी एकत्रित की और पाया कि कोच द्वारा छात्रों की पिटाई की गई है। तत्पश्चात कोच अजित सिंह को स्कूल से निलंबित कर दिया है और घटना की जानकारी लिखित रूप से जिला शिक्षा अधिकारी, बाल सुरक्षा समिति को प्रेषित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि स्कूल की कार्रवाई से अभिभावक संतुष्ट है।