अारोपी गनमैन महीपाल चार दिन की रिमांड पर, पुलिस ने खोले कई राज

10/14/2018 4:33:35 PM

गुरुग्राम(सतीश राघव): गुरुग्राम में जज की पत्नी और बेटे को गोली मारने के मामले में आरोपी गनमैन महिपाल को भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद आरोपी को चार दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस ने आरोपी के सात दिन के पुलिस रिमांड की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने चार दिनों का पुलिस रिमांड मंजूर किया है। वहीं आरोपी महिपाल को धारा 311(2) के तहत संगीन वारदात को अंजाम देने के आरोप में पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दिया गया है, जो हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद तैनात था।
 
गौरतलब है कि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत की पत्नी रेणु व बेटे ध्रुव को उनके सुरक्षाकर्मी महिपाल ने शनिवार दोपहर गोली मार दी। मां-बेटा आरोपी के साथ सेक्टर-49 स्थित आर्केडिया शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में खरीदारी करने गए थे। दोनों जैसे ही शॉपिंग मॉल से बाहर निकले, सुरक्षाकर्मी ने पहले ध्रुव के सिर पर गोली मारीं और फिर रेणु पर गोलियां बरसा दीं। वारदात के बाद आरोपी ने जज के बेटे को कार में डालने का प्रयास किया, असफल होने पर दोनो को वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गया।

घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप
वारदात के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने प्रदेश के डीजीपी से मामले की जानकारी ली है। मूलरूप से हिसार निवासी कृष्णकांत लगभग दो साल से गुरुग्राम में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद पर कार्यरत हैं। शुरू से ही महेंद्रगढ़ जिले के गांव भुगारका निवासी सुरक्षाकर्मी महिपाल भी उनके साथ था।



सिर में दो गोली मारी
शनिवार दोपहर लगभग तीन बजकर छह मिनट पर वह न्यायाधीश की पत्नी एवं बेटे को शॉपिंग कराने के लिए पहुंचा था। लगभग तीन बजकर 20 मिनट पर सभी शॉपिंग करके बाहर निकले। तभी महिपाल ने पिस्टल निकाली और ध्रुव को नजदीक से उसके सिर में दो गोली मारी। ध्रुव गिरने लगा तो आरोपी ने तीसरी गोली चला दी जो ध्रुव के कंधे के नजदीक लगी।

गोली मारकर बोला अारोपी दोनों शैतान हैं
पास में ही खड़ी रेणु कुछ समझतीं उससे पहले ही आरोपी ने दो फायर उनके ऊपर किए। एक गोली रेणु के पेट और दूसरी सीने पर लगी। वे भी वहीं गिर गईं। आरोपी फायरिंग करते हुए बड़बड़ा रहा था कि मां-बेटा शैतान हैं। हालांकि चर्चा यह भी है कि पहले महिपाल ने रेणु के ऊपर गोली चलाई थी। इसके बाद ध्रुव से हाथापाई हुई। उसी दौरान उसने ध्रुव के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग की।



गोली मारने के बाद ध्रुव के सिर पर मारा बूट
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सुरक्षाकर्मी महिपाल ने मां-बेटे को गोली मारने के बाद ध्रुव के चेहरे पर पैर मारा। वह उसे गालियां भी दे रहा था। यही नहीं ध्रुव को कार में डालने का भी प्रयास किया लेकिन सफल नहीं होने पर मौके से फरार हो गया। आरोपी ने ही न्यायाधीश कृष्णकांत को फोन करके बताया कि उनके बेटे व पत्नी को गोली मार दी है। उसी ने पुलिस को भी सूचना दी। आसपास के लोगों ने एक ऑटो से दोनों को पार्क हास्पिटल पहुंचाया।

जज की पत्नी और बेटे को गोली मारने की सूचना के कुछ ही देर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरके सोंधी, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रशांत राणा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अभिषेक फुटेला, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नरेंद्र सिंह सहित कई न्यायाधीश व पुलिस अधिकारी पहुंचे। स्थिति नाजुक होने पर शाम लगभग पांच बजे दोनों को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पुलिस गिरफ्त में आरोपित ने स्वीकारी वारदात
वारदात की सूचना वायरल होते ही एक्शन में आई गुरुग्राम पुलिस ने शहर की नाकेबंदी करके आरोपी को ग्वालपहाड़ी के नजदीक से लगभग पांच बजे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी केवल एक ही बात बोल रहा है कि उसने गोली मार दी, उसने गोली मार दी। लेकिन क्यों मारी इसके बारे में नहीं बता रहा है।



खंगाला अारोपी का इतिहास 
एसपी गुरुग्राम व डीजीपी हरियाणा के आदेश पर महेंद्रगढ़ जिला पुलिस सीआईडी की टीम ने गुरुग्राम में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की पत्नी रेणु व उसके बेटे पर गोली चलाने वाले अंगरक्षक महिपाल का इतिहास खंगाला तो यह बात सामने आई।

इस तरह लगी थी नौकरी
सीआईडी टीम सूत्रों की मानें तो महिपाल नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव भुगार का रहने वाला है। उसके पिता होशियार सिंह का निधन हो चुका है। उसकी मां सविता अपने सगे भाई के गांव कोसली में रह रही थी। पिता के निधन से पहले महिपाल का उनसे झगड़ा हुआ था तभी से ही मां कौसली गांव स्थित भाई के मकान पर रह रही थी। अपने मामा से महिपाल की खूब बनती थी। 11 साल पहले मामा ने ही पुलिस में उसकी नौकरी लगवाई और रेवाड़ी जिला के गांव रोजका में उसका विवाह करा दिया।

3 साल पहले किया था धर्म परिवर्तन 
शादी के बाद से ही पत्नी मीनू से उसकी अनबन हुई तो मामा ने हस्तक्षेप कर मामला शांत करा दिया। उसकी दो बेटी हुईं तो ससुराल पक्ष को लगा कि महिपाल सुधर जाएगा लेकिन उसने ऐसा न करके 3 साल पहले धर्म परिवर्तन कर लिया। धर्म परिवर्तन के बाद वह अपने गांव में रहा और उसने मकान भी बनवाया लेकिन कुछ ग्रामीणों ने उसके इसाई धर्म अपनाने का विरोध किया। पुलिस में होने के कारण ग्रामीण उसका अधिक विरोध नहीं कर पाए। बाद में महिपाल गुरुग्राम में तैनात होने के कारण अपने परिवार के साथ वहीं पर पुलिस लाइन में चला गया जबकि उसकी मां अपने भाई के पास रह रही है।



धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था
सीआईडी सूत्रों के अनुसार महिपाल पिछले कई महीनों से अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश गुरुग्राम के परिवार पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। उसकी पत्नी भी इस बात का विरोध कर रही थी इसीलिए वह पुलिस लाइन से अपने गांव रोजका आ गई। सीआईडी सूत्रों के अनुसार पिछले 1 महीने से लगातार महिपाल का जज के परिवार से झगड़ा भी हो रहा था। वह हमेशा माफी मांग लेता था। शनिवार को उसको मौका मिला और उसने जज की पत्नी व बेटे को गोली मार दी।

कई सवाल हैं अनसुलझे
सीआईडी की टीम अभी इस बिंदु पर भी छानबीन कर रही है कि क्या महिपाल ने जज से धर्म परिवर्तन की बात कही थी। क्या जज के परिवार का कोई सदस्य धर्म परिवर्तन के लिए तैयार हो गया था, जिस समय गनमैन महिपाल जज की पत्नी व बेटे को लेकर चला उस समय आवास पर कौन-कौन था, आखिर ऐसा कौन सा कारण था कि जज के बेटे को गोली मारने के बाद उसे गंभीर अवस्था में निर्मम तरीके से महिपाल ने गाड़ी में डालने की कोशिश की।

 

Deepak Paul