BSF के पूर्व जवान का सनसनीखेज़ खुलासा, अधिकारी करवाते हैं नशे की तस्करी

1/23/2017 9:14:21 PM

नारनौंद (रमेश जाखड़):बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने खाने को लेकर उच्च अधिकारियों को सही खाना न देने के आरोप लगाये है। उनके इस प्रयास से देश के कई भागों से जवानों के हर रोज बयान आ रहे हैं कि उनके साथ भी सही ढंग से बर्ताव नहीं होता है। इसी को लेकर नारनौंद हलके के गांव पेटवाड़ निवासी सुरेश कुमार ने उसके साथ हुए बर्ताव की दास्तां को मीडिया के सामने बताया है कि उसे आज तक कोई इंसाफ नहीं मिला है।

बीएसएफ जवान सुरेश कुमार ने अपनी पीड़ा बताई कि उनका चयन सन 1990 में 19 बीएसएफ कंपनी में हुआ था। बंगलोर ट्रेनिंग हुई उसके बाद मुझे जम्मू कश्मीर में तैनात किया गया। उसके बाद मेरी पोस्टिंग पंजाब की कर्मा चौकी में हो गई थी। कर्मा चौकी पर मेरी नाईट ड्यूटी थी। जब मै नाईट ड्यूटी करके सुबह 6 बजे वापिस कैम्प पर पहुंचा तो मैं वहां पर टॉयलेट सुविधा न होने के कारण बाहर ही टॉयलेट करने के लिए जा रहा था कि एसआई विनय कुमार इंस्पेक्टर कुंदन कुमार उठाकर ले गये। 

उन्होने मेरे से 87 दिन दो नंबर के काम करवाए। पाकिस्तान से भोला नाम का युवक यह मादक पदार्थ सप्लाई करने के लिए आता था और वे लोग उससे ये मादक पदार्थ लेकर मुझसे सप्लाई करवाते थे। पंजाब से रणजीत नगर मे एक शीशम के पेड़ के पास अमृतसर बस स्टैण्ड के पास मेरे से रणजीत पुत्र अवतार सिंह के घर पर हिरोइन रखवाई। जिसके बाद उसको उसके घर से गिरफ्तार किया गया। रणजीत की पत्नी ने अपने पति की जमानत के लिए दिन रात एक कर दिया लेकिन उसकी जमानत नहीं हुई। मेरे को आरएस पुरा जम्मू भेजा गया। 5 महीने नौकरी करवाने के बाद मुझे वहां से 87 दिन का भगोड़ा दिखा दिया गया।  मैने इसकी शिकायत दिल्ली स्थित कार्यालय में की तो सभी अधिकारियों को बुलाया गया। जो बाते मैने उनको बताई थी वे सभी बाते सच्ची निकली लेकिन उच्च अधिकारियों ने अपने अफसरों को बचाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि मेरे को तरनतारन सीआई स्टाफ के सुपुर्द किया। मुझ पर उन्होंने थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया। जिसके कारण मेरे पूरे चहरे पर कई टांको के निशान हैं। 

इंसाफ पाने के लिए मैं जीडीजी, डीजीपी, गृहमंत्री, प्रधानमंत्री तक को पत्र लिख चुका हूं लेकिन आज तक मुझे कोई इंसाफ नहीं मिला है। मेरे द्वारा रखवाई गई हिरोइन के मामले फंसे रणजीत सिंह की कस्टडी में 6 महीने पहले मौत हो गई। बीएसएफ जवान सुरेश कुमार का कहना है कि बीएसएफ के अधिकारी देश के साथ गद्दारी करते हैं। यानि पाकिस्तान से मादक पदार्थ का धंधा करते हैं। जवान का दावा है कि जो उसके साथ हुअा उसके सबूत आम लोगों को दिखाएगा। उसने बताया कि जेडी हरविन्द्र सिंह सरकंडो में बैल गाड़ी के जरिये हिरोइन लाते थे। पिछले दिनों तेजबीर सिंह ने जो खाने को लेकर पोस्ट किये थे वे बिल्कुल सही थे। सेना के बडे अफसर दवारा जवानों को बली का बकरा बनाया जाता है। इस मामले में केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र सिंह से मिला तो उन्होंने कहा कि तेरे एक बेटे को नौकरी लगवा देंगे। मैं तो बेरोजगार हो गया। मैं अब अपने भाई की दुकान पर लोगों के झूठे बर्तन धो रहा हूं।