सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हनीप्रीत का लेटर

9/2/2017 8:34:50 AM

रोहतक:सी.बी.आई. की विशेष कोर्ट ने 25 अगस्त को जब गुरमीत सिंह को दोषी ठहराने के बाद बाबा को सुनारियां जेल में एयरलिफ्ट किया गया था। उसी समय उसके साथ उसकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत भी हैलीकाप्टर में उसके साथ बैठकर सुनारियां जेल में आई थी। यहां पहुंचने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने उसे पी.टी.सी. सुनारियां से उसी समय भेज दिया गया था। कल 7 दिन बाद हनीप्रीत का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में एक कार को पुलिसकर्मी घेरे हुए हैं और वीडियो बना है। उसके बाद वे गाड़ी में बैठकर चले जाते हैं। कुछ पुलिसकर्मी फोटो भी ले रहे हैं। इसके साथ ही कुछ फोटो भी वायरल हो रहे हैं। इनमें हनीप्रीत कुछ व्यक्तियों के साथ दिखाई दे रही है। साथ में एक फोटो और भी है जिसमें हनीप्रीत सहित उसके साथ वालों के नाम व पते भी लिखे हैं। 

यह लिखा है लैटर में 
सोशल मीडिया में एक लैटर की फोटो भी वायरल हो रही है। वायरल हो रहे लैटर में सबसे ऊपर लिखा है कि सिपाही विकास नम्बर 3/783। उसके नीचे विकास ने अपने साइन किए हुए हैं। उसके बाद लिखा है मैं हनीप्रीत इंसा सही सलामत सिपाही विकास नम्बर 3/783 फतेहाबाद के साथ जा रही हूं। उसके बाद उसने अपने साइन किए हुए हैं। इसके साथ ही 3 लोगों के नाम पते और साइन हैं, जिनमें है संजय पुत्र रामजीदास वासी 330/18 आर्य नगर रोहतक और मोबाइल नम्बर उसके बाद वेदप्रकाश पुत्र छोटूराम वासी राजली जिला हिसार। तीसरा नाम है जितेंद्र कुमार पुत्र फकीर चंद वासी मकान नम्बर 417/17 जिला कालोनी झज्जर। नीचे लिखा है, हम उपरोक्त व्यक्ति बाबा राम रहीम की पुत्री हनीप्रीत को अपने साथ आज दिनांक 25 अगस्त 2017 को सही सलामत अपनी जिम्मेदारी व हनीप्रीत की मर्जी से लेकर जा रहे हैं। उन्हें उनके घर पहुंचाने के जिम्मेदार हम हैं। 

उसी दिन करते गिरफ्तार तो नहीं खाने होते नेपाल में धक्के : डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत की तलाश पुलिस कर रही है और उसके नाम लुकआउट नोटिस भी जारी किया है। जब 25 अगस्त को सी.बी.आई. की विशेष कोर्ट के जज जगदीप सिंह ने दोषी करार दिया था तो हनीप्रीत भी पंचकूला ही मौजूद थी। यहीं नहीं दंगे शुरू होने के बाद राम रहीम को जिस हैलीकाप्टर से एयरलिफ्ट कर सुनारियां जेल में लाया गया था तो हनीप्रीत भी उनके साथ ही मौजूद थी। पी.टी.सी. सुनारियां रैस्ट हाऊस से ही पुलिस प्रशासन ने उसे यहां से भेज दिया था। इसी बीच अफवाह उड़ रही है कि हनीप्रीत नेपाल के रास्ते विदेश भाग चुकी है। सिरसा में अपने मामा के घर छिपे होने की भी चर्चाएं थीं लेकिन पुलिस को वहां नहीं मिल पाई। सूत्रों की मानें तो नेपाल भी एक टीम गई है। अगर पुलिस 25 अगस्त को ही हनीप्रीत को गिरफ्तार कर लेती तो आज नेपाल के धक्के नहीं खाने पड़ते।