अनूठी पहल: रेसलर योगेश्वर दत्त के गांव में अब इंग्लिश मीडियम में पढ़ेंगे गरीब बच्चे

4/8/2017 10:11:16 AM

सोनीपत:ओलंपिक कांस्य विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त के गांव में पंचायत ने सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अनूठा फैसला लिया है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल पढ़ाने से मना कर दिया था। उसी को लेकर पंचायत ने फैसला लिया है कि सरकारी टीचर नहीं मिलते हैं तो पढ़े-लिखे युवक-युवतियों को अध्यापन कार्य में लगाया जाएगा, उन्हें तनख्वाह पंचायत देगी। अंग्रेजी मीडियम से भी पढ़ाई होगी। शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मॉनिटरिंग कमेटी भी बनी है। अब ग्रामीण बच्चों को गांव के ही स्कूल में पढ़ाने को राजी हो गए हैं।

ग्रामीणों के फैसले पर पहलवान योगेश्वर का ट्वीट
ग्रामीणों के इस फैसले पर पहलवान योगेश्वर दत्त ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि स्कूल में टीचर्स अच्छे होंगे तभी ये फैसला सही है, नहीं तो बहुत से सरकारी स्कूल्स में गरीब बच्चों का भविष्य खराब ही हो रहा है।

भैंसवाल पंचायत का फैसला सराहनीय:शिक्षा मंत्री 
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने घोषणा की है कि जो भी ग्राम पंचायत अपने गांव के सभी बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाएगी, उसे राज्य सरकार की ओर से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा भैंसवाल पंचायत का फैसला सराहनीय है। यदि अन्य गांव की पंचायतें भी ऐसा निर्णय लेती हैं तो यह अच्छा कदम होगा। भैंसवाल पंचायत को सम्मानित किया जाएगा।

पंचायती बैठक में स्कूल के प्रिंसिपल ने बयां की समस्या
पंचायत ने ब्वॉयज सीनियर सेकंडरी स्कूल कार्यवाहक प्रिंसिपल राजेंद्र सिंह को मौके पर बुलाया। समस्या उनके सामने भी रखी गई। इस पर सिंह ने कहा कि ज्यादातर स्टाफ अंग्रेजी पढ़ाने में सक्षम है, लेकिन शिक्षकों की कमी खत्म करनी होगी। इस पर तय किया गयाा कि शिक्षा विभाग की ओर से सक्षम टीचज नहीं मिले तो गांव के पढ़े-लिखे युवाओं को स्कूल में पढ़ाने को लगाया जाएगा। पंचायत इनका खर्च वहन करेगी, यदि फिर भी जरूरत पड़ी तो गांव के लोग इसके लिए चंदा करेंगे।