पॉलिसी बांड जारी कर निवेशकों से 10 करोड़ की धोखाधड़ी

1/9/2019 10:37:45 AM

पानीपत(संजीव): विभिन्न अवधियों के पॉलिसी बांड जारी करके गांव ऊंटला के करीब 37 से अधिक निवेशकों सहित आसपास के क्षेत्रों के सैकड़ों निवेशकों से 10 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिस पर मध्य प्रदेश की 2 कम्पनियों के 12 लोगों के खिलाफ थाना शहर में मामला दर्ज करवाया है। गांव ऊंटला निवासी जगजीत सिंह सहित 37 लोगों ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि जाटल रोड पर स्थित एक बैंक के ऊपर वर्ष 2012 में मालवांचल इंडिया लिमिटेड व मालवांचल इन्फ्रास्ट्रक्चर के नाम से 2 कार्यालय खुले थे। 

उक्त कम्पनी निवेशकों से एक मुश्त योजना व किस्त योजना के तहत साढ़े 4 साल, 5 साल, 8 साल व 10 साल योजनाओं के तहत पैसे जमा करती थी और बदले में ग्राहक को एक पॉलिसी बांड देती थी। इन पॉलिसी बांड पर ग्राहक का नाम, पता व जमा की गई राशि व मैच्योरिटी राशि लिखी होती थी। सिक्योरिटी के तौर पर कम्पनी जमीन का अलाटमैंट का बयोरा भी लिखकर देती थी। शिकायतकर्ता का कहना है कि कम्पनी अपने आप को भारत सरकार के मिनिस्ट्री आफ कारर्पोरेट अफेयर व आर.बी.आई. से स्वीकृति होने का दावा करती थी तथा भारत सरकार के दस्तावेज भी दिखाती थी। कम्पनी के उक्त दावों के झांसे में आकर पानीपत व आसपास के लोगों ने 10 करोड़ रुपए जमा करवा दिए।

जैसे ही मैच्योरिटी का समय नजदीक आया तो कम्पनी 2017 में अपना ब्रांच आफिस बंद कर दिया। जब निवेशक कम्पनी के मुख्यालय इंदौर व मध्य प्रदेश में गए तो कम्पनी अधिकारियों ने नोटबंदी में एकाऊंट सील होने का हवाला देते हुए नकदी लौटाने से मना कर दिया। बदले में कम्पनी द्वारा उज्जैन व देवास में स्थित कुछ जमीनों की रजिस्टरी व इंतकाल कुछ निवेशकों के नाम करवाए गए। बाद में जब निवेशक रजिस्टरी व इंतकाल करवाने गए तो पता चला कि उक्त जमीनों वहां के प्रशासन द्वारा सील की गई हैं। वहीं, जिन लोगों के नाम जमीन करवाई गई थी उनसे नो ड्यूज शपथ पत्र भी कम्पनी ने ले लिए हैं। कम्पनी के खिलाफ मुज्जफरनगर में भी मामला दर्ज है। पुलिस ने निवेशकों की शिकायत पर कम्पनी से जुड़े 12 लोगों पर मामले दर्ज किए हैं जिनमें डायरैक्टर व अधिकारी शामिल हैं। 

Deepak Paul