साइबर ठगों ने बैंक के सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर को बनाया शिकार, ठग लिए 47,999 रुपए

2020-12-02T02:36:54.33

पानीपत, (संजीव नैन) : साइबर अपराधी अब इस कद्र एक्टिव हो गए हैं कि न केवल कम पढ़े लिखे लोगों को शिकार बना रहे हैं, बल्कि समाज के पढ़ेे लिखे लोगों को भी झांसे में लेकर उनके साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दे जाते हैं। ताजा मामला शहर के क्रांति नगर क्षेत्र से सामने आया है जहां एक ठग ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) का प्रबंधक बताते हुए एसबीआई के ही सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर को डेबिट कार्ड एक्सपायर होने का झांसा देकर 47999 रुपए ठग लिए। यह अपनी तरह का एक अजीब ही मामला सामने आया है कि जो बैंक अधिकारी कुछ समय पहले तक यानि सेवानिवृत्त होने से पहले लोगों को इस बात के लिए जागरूक करते थे कि किसी भी सूरत में अपने डेबिट कार्ड, एटीएम पिन या अकाउंट संंबंधी जानकारी किसी के साथ फोन पर सांझा न करें तथा न ही ओटीपी आदि ही बताएं, वह अधिकारी सेवानिवृत्त होने के बाद खुद ही ठगी का शिकार हो गया। बहरहाल पीडि़त ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
न्यू क्रांति नगर निवासी भीम सिंह पुत्र हरफुल सिंह ने आठ मरला चौकी पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह एसबीआई में डिप्टी मैनेजर पद से सेवानिवृत्त है। सोमवार को दोपहर बाद करीब एक बजकर 36 मिनट पर उसके पास भूपिन्द्र सिंह व्यक्ति ने फोन किया तथा बताया कि वह एसबीआई बैंक के नाएडा मुख्यालय से बोल रहा है। फोनकर्ता ने उसे बताया कि उसका डेबिट कार्ड एक्सपायर होने वाला है, उसे डेबिट कार्ड का नम्बर मैसेज करके बता दे ताकि इस नम्बर का दूसरा एटीएम कार्ड दस दिन में पहुंचाया जा सके। उसने फोनकर्ता को नम्बर मैसेज करने से मना कर दिया। लेकिन ठग ने उसे यह कहते हुए झांसे में ले लिया कि आप बैंक प्रबंधक पद से रिटायर्ड हो चुके हो, आपको नया कार्ड जारी करने का सारा प्रोसेस पता है। अगर प्रोसेस को फोलो नहीं किया गया तो उसका डेबिट कार्ड बंद हो जाएगा। करीब 40  मिनट तक ठग उसे हर बात बारीकी से समझाता रहा। जिस पर उसने ठग द्वारा भेजे गए नम्बर पर अपना डेबिट कार्ड का नम्बर भेज दिया तथा साथ ही गलती से डेबिट कार्ड का पिन भी बता दिया। जिसके बाद उसके खाते से 47,999 रुपए डेबिट हो गए। मोबाइल पर आए मैसेज से पता चला कि ये पैसे कोलकाता की राज ई पे कम्पनी को ट्रांसफर किए गए हैं। इतना ही नहीं ठग ने उसके खाते से दुबारा फिर ट्रांसेक्शन करने का प्रयास किया लेकिन पोते ने उसे बताया कि मोबाइल पर खाते से पैसे कटने का मैसेज आया है। जिस पर उसने तुरन्त डेबिट कार्ड को ब्लाक करवा दिया। वरना ठग उसके खाते में जमा करीब साढ़े 4 लाख रुपए में कुछ पैसे और निकाल सकता था। इसके बाद भी मंगलवार को ठग ने उसे दुबारा फोन करते हुए इस बार सिम कार्ड बंद होने का झांसा देते हुए पहले की तरह एक मोबाइल नम्बर भेजा जिस पर सिम कार्ड नम्बर भेजने की बात कही। लेकिन इस बार वह झांसे में नहीं आया। थाना मॉडल टाऊन में केस दर्ज करते हुए आठ मरला चौकी पुलिस ने पीडि़त द्वारा उपलब्ध करवाए गए मोबाइल नम्बरों के आधार पर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।
 

Content Editor

Sanjeev Nain