शहर की सड़कों से 24 घंटे में उठाए करीब 45 बेसहारा पशु

8/27/2019 1:13:40 PM

पानीपत: पानीपत टीम की चेतावनी के पश्चात रविवार से नगर-निगम द्वारा शहर की सड़कों से बेसहारा पशुओं को उठाने का अभियान शुरू करने के 24 घंटे के अंदर विभाग द्वारा शहर की सड़कों से करीब 45 बेसहारा पशुओं को उठवाकर गांव नैन की गौ अभ्यारण में पहुंचाया जा रहा है। वहीं, पानीपत टीम सदस्यों द्वारा निगम की टीम का सहयोग करने के साथ शहर की जनता से अपील की जा रही है कि गांव नैन गौ अभ्यारण में शहर से पहुंचाएं जा रहे बेसहारा पशुओं की मदद करने का प्रयास करें, ताकि किसी भी बेसहारा पशु को भूख के मारे दिक्कतों का सामना न करना पड़े। जहां एक ओर निगम टीम एवं पानीपत टीम द्वारा रविवार रात को शहर से करीब 20 पशुओं को पकड़ा गया था, वहीं सोमवार को सैक्टर 25 में से करीब 25 पशुओं को पकड़कर गौ अभ्यारण के लिए रवाना किया गया। मौके पर पानीपत टीम के सदस्यों सहित निगम टीम सदस्य मौजूद रहे।

जनता ने भी अपने पशुओं को छोड़ रखा बेसहारा : विक्रम
नगर-निगम आयुक्त पी.ए. विक्रम ने बताया कि सैक्टर-25 में उठान के समय पाया कि जनता द्वारा अपने पालतू पशुओं को भी चरने के लिए बाहर छोड़ दिया जाता है। इसके चलते रविवार को भी कुछ पशुओं को पकडऩे के पश्चात छोडऩा पड़ा था और सोमवार को भी करीब ऐसे 20 से 25 पालतू पशु मिले, जिन्हें लोगों द्वारा पालते हुए भी सड़कों पर छोड़ा जाता है।

सैक्टर-25 में उठान पर हुआ बवाल
सैक्टर-25 स्थित मित्तल मॉल के पीछे सैक्टर की मेन सड़क के आस-पास से टीम ने जैसे ही बेसहारा पशुओं को पकडऩा शुरू किया, तो केवल 4 पशुओं को ही पकड़कर वाहन में डाला गया था कि हनुमान चौक के आस-पास बनी झुग्गियों से भारी संख्या में महिलाएं एवं पुरूष मौके पर पहुंचे और बेसहारा गायों को अपना बताते हुए छोडऩे की मांग की गई। इसके पश्चात निगम कर्मचारियों ने उनके पशुओं को छोड़ते हुए सख्त आदेश दिए कि यदि फिर से सड़क पर घूमते हुए पाए गए तो पकड़कर फिर नहीं छोड़ेंगे।

बरसत रोड निगम की जगह पर खड़ा पानी
बरसत रोड स्थित कृपाल आश्रम के सामने पड़ी नगर-निगम की जगह पर पानी खड़ा होने के कारण जगह ने तालाब का रूप लिया हुआ है। हालांकि अधिकारियों द्वारा रविवार को आयोजित हुई बैठक में जगह पर पहले मलबा गिरवाने और बाद में ऊपर से मिट्टी डलवाने की बात को सामने किया गया था, परंतु यदि नगर-निगम विभाग को ऐसा करना पड़ता है, तो उक्त जगह पर बने तालाब को भरने के लिए काफी भारी मात्रा में मलबे एवं मिट्टी की आवश्यकता पडऩे वाली है। 

Isha