परी का मामला: नन्ही परी के शहर में आज गूंजेगी आवाज, निकलेगा कैंडल मार्च

8/25/2015 11:00:36 AM

पानीपत (संदीप): पिछले 69 दिनों से मां के आंचल की रहा देख रही नन्ही-सी परी के लिए आज शहर में आवाज उठेगी। शहर की टीम आवाज और विभिन्न संस्थाओं ने मानवता का परिचय देते हुए परी के लिए आवाज उठाई है। परी के लिए आज टीम आवाज और विभिन्न संस्थाएं कैंडल मार्च निकालेंगी। टीम आवाज ने नन्ही-सी परी के लिए शहर के लोगों और विद्यार्थियों को भाग लेने का आह्वान किया है।

टीम आवाज के सदस्यों का कहना है कि करीब अढ़ाई महीने के बाद भी बच्चा बदलने जाने के मामले में प्रशासनिक कार्रवाई न होने पर अफसोस है। बच्चा दलने का आरोप लगाने वाला परिवार प्रशासन से तालमेल नहीं बैठा रहा। उनको बच्ची के भविष्य की चिंता करनी चाहिए। बच्ची बड़ी हो रही है तो यह जल्द तय होना जरूरी है कि उसे अपनों की गोद मिले। परी का अनाथालय जाना उचित नहीं है। ऐसे में शहर वासियों को साथ लेकर आज शाम को मिनी सचिवालय पर एकत्रित होंगे। यहां से कैंडल मार्च निकालते हुए सामान्य अस्पताल तक जाएंगे। बच्ची के बेहतर भविष्य के लिए लोगों से इसमें भागीदारी के लिए आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि जिस जिले से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शुरूआत हुई है, वहीं बेटी को मां का आंचल नसीब नहीं हो रहा।

परी को मां के दुलार की जरूरत

परी को मां जैसा प्यार दे रही नर्सों का कहना है कि परी को मां के प्यार और दूध की आवश्यकता है। उनको अब अपने सगे बच्चे से भी ज्यादा परी की चिंता सताने लगी है क्योंकि परी को अनाथालय में भेजना सही निर्णय नहीं होगा। हो सके तो परी को किसी ऐसे दंपति को सौंपना चाहिए जोकि परी को पूरा ख्याल रख सकें। परी प्रशासन और बच्चा बदलने का आरोप लगाने वाले परिवार के बीच में पिस रही है। इस नन्ही-सी जान की इस सारे विवाद में क्या गलती है।