व्यापारी पुरानी पद्धति से ही भरेंगे बिजली का बिल

9/22/2015 8:24:37 PM

पानीपत, (राजेश) : मंगलवार को बिजली के बिल भरने के मामले को लेकर चैम्बर ऑफ टैक्सटाईल मैन्युफैचरिंग एसोसिएशन से सम्बंधित 10 एसोसिएशन के प्रधानों की बैठक सक्टर-11-12 में हुई। सी.टी.एम.ए. के व्यापारी पुरानी पद्धति के अनुसार के.डब्ल्यु.एच. के हिसाब से ही बिजली का बिल भरेंगे।

गौरतलब है कि बिजली के बिल भरने की आखिरी तारीख 24 सितम्बर है जिसेे लेकर सभी व्यापारियों ने बिजली निगम के सभी वरिष्ठ अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि उद्योगपतियों द्वारा 2003 से बिजली निगम में जमा करवाई गई कनेक्शन के साथ सिक्योरिटी और 2008 से जमा ए.सी.डी. का ब्याज उन्हें दिया जाए। व्यापारियों ने बिजली निगम अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अब वे निगम की तानाशाही नहीं चलने देंगे। वे अपनी बिजली सम्बधी सभी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलेंगे। फिर भी कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई तो  फैक्ट्ररियों को बंद करके अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। 

एसोसिएशनों के प्रधानों आरबी गुप्ता, चिमन सेठी, दीपक सेठी, मिन्टू चुघ, अनिल खुराना, अनिल बरेजा, लक्ष्मीकांत, जीत, कुलकर्णी, प्रीतम गुलाटी, अजय आहूजा, हेमराज आदि ने कहा कि मंदी के दौरा में पानीपत की आधी से अधिक फैक्ट्ररियां बंद होने के कगार पर हैं। बिजली निगम के अधिकारी निगम का घाटा पूरा करने के लिए व्यापारियों पर बेवजह बोझ डाल रहे हैं, लेकिन अब सारी हदें पार हो गई हैं। ऐसे में व्यापारियों की समस्या कौन सुनेगा। इसलिए सभी एसोसिएशनों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है कि सभी व्यापारी पूरानी पद्वति अर्थात के.डब्लयू.एच. के हिसाब से ही बिल भरेंगे। 

 व्यापारियों ने आरोप लगाया कि बिजली निगम के एम.डी. को स्थानीय विधायक ने पिछले 4 दिनों में करीब 100 बार फोन किया पर उन्होंने विधायक का फोन रिसीव करना ही उचित नहीं समझा। उन्होने बताया कि उन्हें के.डब्लयू एच. की बजाए के.वी.एच. स्कीम को लागू करने के लिए समय दिया जाना चाहिए।