कर्मचारी संगठनों व मजदूर संघों ने रोष प्रदर्शन करके केन्द्र सरकार का पुतला फूंका

2020-11-30T01:12:03.84

पानीपत, (संजीव नैन) : केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के आन्दोलन को समर्थन देने के लिए रविवार को कई कर्मचारी संगठनों व मजदूर संघों ने लाल बत्ती संविधान चौंक पर प्रदर्शन करते हुए केन्द्र की भाजपा सरकार का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने केन्द्र की मोदी सरकार व हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ  देश भर में आंदोलन चल रहे हैं तथा शांति पूर्ण विरोध प्रदर्शन करना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। जब इन कानूनों को रद्द कराने किसान दिल्ली जा रहे हैं। ऐसे में सरकार ने उनको रोकने के लिए गलत तरीके से बेरिकेट लगाकर, हाईवे में गहरे गड्डे खोदकर रास्ते में बड़े.बड़े पत्थर डालकर,  आंसूगैस के गोले दागकर, वाटर कैनन से पानी की बौछारें करके उन्हें रोकने की कोशिश की जो  बेहद शर्मनाक है। सरकार किसान विरोधी तीनों अध्यादेशों को वापस लेकर किसानों के संघर्ष व एकजुटता का सम्मान करे। रविवार को हुए इस प्रदर्शन में सीटू, सर्व कर्मचारी संघ,  हरियाणा रिटायर्ड कर्मचारी संघ, हरियाणा अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन, एटक, इफ्टू, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। जिनका नेतृत्व सीटू राज्य सचिव सुनील दत्त,  एसकेएस जिला प्रधान कश्मीर सिंह, रिटायर्ड कर्मचारी संघ जिला प्रधान बलवान सिंह,  किसान नेता दिलावर सिंह, प्रीतम रावल, एयरटेल जिला प्रधान पवन सैनी, सचिव अशोक पंवार, भूपेंद्र, खेत मजदूर यूनियन जिला प्रधान राजेंद्र छोकर, महिला समिति जिला सचिव पायल, कमलेश, सुनीता, जयभगवान, गुलाब सिंह, सुनील सन्यासी, नवीन छपरा, बिजली कर्मचारी नेता मदन, जितेंद्र सैनी, सुखदेव,  रोडवेज कर्मचारी यूनियन नेता राजेंद्र, सुनील,  तैयब हसन आदि ने किया।
 

Content Editor

Sanjeev Nain