चंडीगढ़ में सिक्योरिटी व ट्रैफिक के एसएसपी का पदभार संभालेंगी मनीषा चौधरी
2020-11-29T02:15:51.08
पानीपत, (संजीव नैन) : पूर्व पार्षद हरीश शर्मा व उनके डिपो धारक मित्र राजेश शर्मा द्वारा पिछले दिनों नहर में छलांग लगाकर जान देने के प्रकरण को लेकर थाना मॉडल टाऊन में आत्महत्या के लिए मजबूर करने की धारा के लिए दर्ज मामले में आरोपी पानीपत की पुलिस अधीक्षक मनीषा चौधरी को गृहमंत्री अनिज विज के आदेशानुसार शनिवार को गृह विभाग सहायक मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने पत्र लिखकर रिलीव जारी करने के आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि चंडीगढ़ की सिक्योरिटी और ट्रैफिक की एसएसपी नियुक्त किए जाने के बाद गृहमंत्रालय (एमएचए) द्वारा 10 नवम्बर को ही मनीषा चौधरी को रिलीव करने के आदेश हरियाणा सरकार दिए गए थे। लेकिन पूर्व पार्षद हरीश शर्मा व उसके साथी द्वारा आत्महत्या करने के प्रकरण में एसपी का सीधे तौर पर नाम आने के चलते प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने साफ तौर पर कह दिया था कि जांच पूरी होने तक सरकारी एसपी को रिलीव नहीं करेगी। लेकिन चूंकि अब पूर्व पार्षद के परिजन भी मांग कर रहे हैं कि एसपी के पद पर रहते जांच प्रभावित होगी तो ऐेेसे में गृहमंत्री के आदेश पर एसपी को रिलीव करने के लिए पत्र जारी किया हैं।
बता दें कि चंडीगढ़ की सिक्योरिटी और ट्रैफिक के एसएसपी पद पर 2006 बैच के आईपीएस शशांक आनन्द द्वारा तीन साल का समय पूरा करने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा 29 जुलाई को रिलीव कर दिया तथा इस पद के लिए हरियाणा सरकार से पैनल भेजने को कहा गया। जिस पर सरकार ने तीन नाम पैनल में भेजे जिनमें 2010 बैच के आईपीएस सुरेन्द्र पाल सिंह, 2011 बैच के आईपीएस वीरेन्द्र सिंह व 2011 बैच की आईपीएस मनीषा चौधरी के नाम शामिल थे। जिनमें से मनीषा चौधरी का नाम फाइनल हुआ था।
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एसपी को रिलीव करने पर अचानक इस तरह से फंस गया था पेंच
दरअसल तहसील कैम्प क्षेत्र में दीवाली की रात को अवैध तौर पर पटाखा बेचने के प्रकरण को लेकर पूर्व पार्षद हरीश शर्मा, उसकी पार्षद बेटी अंजलि शर्मा सहित 10 लोगों पर तहसील कैम्प चौकी प्रभारी की शिकायत पर थाना शहर पुलिस ने 11 गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया था। वहीं पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी के लिए थाना शहर की पुलिस के साथ-साथ सीआईए की टीमों ने लगातार दबिश देने शुरू कर दी थी। जिसके चलते ही 19 नवम्बर को हरीश शर्मा बिंझौल के पास दिल्ली पैरलल नहर में कूद गए। जिनको बचाने के प्रयास में उसका दोस्त राजेश शर्मा भी कूद गए। दोनों ही नहर में बह गए तथा कुछ समय बाद दोनों के शव बरामद हुए। पूरे मामले को लेकर गृहमंत्री के आदेश पर रोहतक रेंज के एडीजीपी संदीप खिरवार की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय एसआईटी बनाते हुए जांच शुरू कर दी गई थी। वहीं परिजनों की एसआईटी को दी शिकायत पर एसपी मनीषा चौधरी, सब इंस्पेक्टर बलजीत सिंह, एएसआई महाबीर आदि पर आईपीसी की धारा 306,34 के तहत थाना मॉडल टाऊन में केस भी दर्ज हुआ। हालांकि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा सिक्योरिटी एंड ट्रैफिक के एसएसपी पद पर मनीषा चौधरी का नाम फाइनल किया जा चुका था लेकिन हरीश प्रकरण के बाद गृहमंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि जब तक केस की जांच पूरी नहीं होगी एसपी को रिलीव नहीं किया जाएगा। वहीं
दूसरी ओर पूर्व पार्षद भाजपा नेता हरीश शर्मा की रस्म किरया रविवार को फतेहपुरी चौक पर आयोजित होगी जिसमें गृहमंत्री अनिल विज के शामिल होने की संभावना है। जिसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। हालांकि गृहमंत्री के आने की पुष्टि कोई अधिकारी नहीं कर रहा है। दूसरी ओर परिजनों द्वारा लगातार एसपी के तबादले की मांग के बाद गृहमंत्री के आदेश पर एसपी मनीषा चौधरी को रिलीव करने के आदेश शनिवार को जारी हुए। अब देखना ये है कि पानीपत में नए एसपी के तौर पर किसे नियुक्त किया जाता है।
रिपोर्ट : संजीव नैन, पानीपत।