निर्यात के चलते बढ़ सकता है विदेशी मुद्रा का भंडार:चंद

5/20/2017 2:28:43 PM

पानीपत (अंकुर):सैक्टर-25 में स्थित डेज होटल के कान्फ्रैंस हाल में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की विदेशी मुद्रा विभाग के द्वारा विदेशी मुद्रा के प्रोत्साहन के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक निर्मल चंद ने की और मंच का संचालन महाप्रबंधक सविता मित्तल ने किया। कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित व्यापारियों व निर्यातकों और बैंकों के अधिकारियों ने भाग लिया। वहीं ब्रांच हैड सुरेंद्र सोनी व सहायक महाप्रबंधक हरीश खन्ना ने विदेशी मुद्रा के भंडार व निर्यात को बढ़ाने के लिए पावर प्वाइंट प्रैजैंटेशन के माध्यम से व्यापारियों और बैंक के अधिकारी को विस्तार से जानकारी दी। विदेशी मुद्रा के भंडार को बढ़ाने के लिए दोनों अधिकारियों ने प्रत्येक पहलुओं के बारे में बारीकी से बताया। वहीं निर्यात को बढ़ाने के साथ-साथ व्यापारियों को विदेशी पूंजी में इजाफा के विषय में बताया। 

अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में शहर के व्यापारी वर्ग को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए ताकि भविष्य में दी जानकारी उनके काम आ सके। वहीं अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि पानीपत जिले का निर्यातकों की सूची में गणना की जाती है इसलिए उन्होंने कार्यक्रम करवाने के लिए जिले का चयन किया और कहा जिले में भारी मात्रा में निर्यात की संभावना है अगर जिले के व्यापारी निर्यात की ओर थोड़ा-सा ध्यान केंद्रित करें तो जिले के व्यापारियों विदेशी मुद्रा के भंडार को बढ़ा सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक निर्मल चंद ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास 375 मिलियन डॉलर की धनराशि का विदेशी भंडार है, जिस धनराशि से लगभग 1 वर्ष का आयात किया जा सकता है। 

केंद्रीय सरकार के दिशा-निर्देशानुसार समय-समय पर विदेशी मुद्रा के भंडार को बढ़ाने के लिए व लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रमों आयोजन करवाता रहता है। वहीं निर्मल चंद ने कहा कि सर्विस सैक्टर, एक्पोर्टर व एन.आर.आई. आदि विदेशी मुद्रा के भंडार को बढ़ाने में सहायक है और बताया देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कृषकों की 2022 तक आय दौगुनी करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। अगले वर्ष करीब 10 प्रतिशत उद्योगों को विकसित किया जाएगा ताकि निर्यात को बढ़ावा दे सकें और बताया कि पिछले 3 वर्षों में विदेशी मुद्रा के भंडार में जबरदस्त इजाफा हुआ। इसके साथ यह भी जानकारी दी अगर किसी भारतीय नागरिक को आवश्यक कार्य के लिए विदेशी करंसी की जरूरत है तो वह बैंक के अधिकारियों से संपर्क साधकर विदेशी करंसी को प्राप्त कर सकता है। 

इस मौके पर जिला अग्रणी मुख्य प्रबंधक राकेश वर्मा, शाखा मुखिया चंडीगढ़ सुरेंद्र सोनी, विदेशी मुद्रा विभाग के उप महाप्रबंधक संदीप मित्तल, उप सचिव एल.के. होंडा, सहायक महाप्रबंधक हरीश खन्ना, सहायक महाप्रबंधक सविता मित्तल, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक निर्मल चंद, शहर के प्रतिष्ठित उद्यमी व विभिन्न बैंकों के अधिकारी व अन्य स्टाफगण मौजूद रहे।