किसान आन्दोलन से सर्दी में निकला उद्योगपतियों का पसीना, कंटेनरों के पहिए थमने से निर्यात हो रहा प्रभ

2020-11-29T01:17:43.75

पानीपत, (संजीव नैन) : किसानों द्वारा तीन कृषि कानूनों के विरोध को लेकर किया जा रहे आन्दोलन से जहां आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है वहीं पानीपत के उद्योगपति भी इस आन्दोलन से होने वाले प्रभाव से अछूते नहीं रहे हैं। आन्दोलन के चलते मुुख्य सडक़ें जाम रहने से कंटेनर पानीपत नहीं पहुंच पा रहे हैं जिससे निर्यात किए जाने वाले माल को लेकर उद्योगपतियों पर चिंता के बादल मंडराने लगे हैं। उद्योगपतियों का कहना है कि विदेशों को जाने वाला माल यदि निर्धारित समय अवधि में नहीं पहुंचा तो भारी नुकसान हो सकता है।
ओल्ड इंडस्ट्रीयल एरिया एसोसिएशन के पूर्व महासचिव राजीव अग्रवाल ने बताया कि किसानों के आन्दोलन से अब ट्रांसपोर्टरों के भी नखरे बढ़े हैं जिन्होंने प्रति गाड़ी 4500 रुपए तक किरया बढ़ा दिया है। वहीं रोटर स्पिनर्स एसोसिएशन के प्रधान प्रीतम सचदेवा ने किसानों के आन्दोलन का जल्द समाधान करने की मांग सरकार से की है ताकि यातायात सामान्य हो तथा एक्सपोर्ट किया जाने वाला माल समय पर भेजा जा सके। कुछ ऐसी ही स्थिति अन्य व्यापारी नेताओं ने भी बताई है। वहीं दूसरी ओर लोकल मार्केट में सर्दी के इस मौसम में मिंक व पोलर कम्बल की काफी डिमांड रहती थी। लेकिन किसानों के आन्दोलन के चलते बाहर से व्यापारी नहीं आ पा रहे हैं जिसके चलते बाजारों में दो-तीन दिन से घोर मंदी है तथा व्यापारी परेशान हैं।

Content Editor

Sanjeev Nain