पहले बलात्कार का शिकार हुई मासूम फिर ‘सिस्टम का’

7/18/2018 11:27:12 AM

पानीपत(सौरव): जिस धरती से प्रधानमंत्री मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया था। वहीं, एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की अपने साथ हुई शर्मनाक घटना का दर्द लिए इंसाफ के लिए भटक रही है। नाबालिगा को न्याय दिलाने में न तो पुलिस को कोई दिलचस्पी है और न ही जिले के आला अधिकारियों को।

हद तो तब हो गई जब मां-बाप को गर्भवती होने की सूचना मिली तो उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया है कि उन्होंने इसे चाचा-चाची को गोद दे रखा है। पढऩे लिखने की उम्र में किसी की गलती का बोझ उठाए फिर रही यह बेटी समाज से केवल इतना ही चाहती है कि उसे नारी निकेतन में भिजवाने का इंतजाम किया जाए। लेकिन अधिकारी हैं कि उसकी दशा देखकर भी नहीं पसीज रहे हैं।

थाना किला के अंतर्गत रहने वाली इस नाबालिगा ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि उसके माता-पिता ने उसे चाचा-चाची के पास छोड़ा हुआ था। कुछ माह पूर्व पड़ोस में रहने वाले युवक ने जबरन उससे दुष्कर्म कर दिया। जिससे वह गर्भवती हो गई। डर के मारे घरवालों को भी नहीं बताया। बीते मई महीने में जब उसका पेट बढऩे लगा तो मामले का खुलासा हुआ। इस पर चाची ने उसके साथ मारपिटाई शुरू कर दी। बाद में वे थाने में भी आरोपी के खिलाफ शिकायत करने गए लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस दौरान वे नारी तू नारायणी समिति की अध्यक्ष सविता आर्य से मिली और उन्हें अपना दुखड़ा सुनाया। 

जिस पर समिति की अध्यक्ष ने उन्हें पूरा न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया और उसे थाना किला लेकर पहुंची, जहां पर समिति के दबाव के चलते पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भादंसं की धारा 376 व पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भिजवाया जा चुका है, लेकिन दरिंदगी का शिकार हुई लड़की के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस स्थिति में वह कहां जाए। क्योंकि चाचा-चाची उसे रखने को तैयार नहीं है और मां-बाप भी अब उसे पल्ला झाड़ रहे हैं। 

नाबालिगा की मांग है कि उसे नारी निकेतन या ऐसी ही किसी संस्था में भिजवाया जाए। नाबालिगा ने बताया कि वह नारी तू नारायणी समिति की अध्यक्षा सविता आर्य के साथ कई बार सी.डब्ल्यू.सी. के सदस्यों के मिलकर अपना दुखड़ा रो चुकी है, लेकिन उन्होंने भी उसकी कोई सुनवाई नहीं की है।

 

Rakhi Yadav