घने कोहरे ने छिन ली पिता-पुत्र की जिंदगी, परिवार में छाया मातम

2/7/2016 5:08:28 PM

समालखा (राकेश): गत सुबह के समय नैशनल हाईवे नंबर-1 पर हल्दाना बॉर्डर के नजदीक घने कोहरे के चलते हुए एक दर्दनाक हादसे में कृष्णा कालोनीवासी पिता-पुत्र की मौत हो गई।

पिता गन्नौर के अपने पैतृक गांव घसौली में संस्कृत अध्यापक के तौर पर तैनात था जबकि बेटा उसी स्कूल में 11वीं कक्षा का छात्र था। दोनों सुबह बाइक पर सवार होकर स्कूल जाने के लिए निकले थे लेकिन स्कूल पहुंचने से पहले ही यह हादसा हो गया। उनकी बाइक सड़क पर बगैर किसी सूचना व बिना रिफ्लैक्टर लगाकर खड़े किए कैंटर से जा टकराई। इस कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

इस हादसे में स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलैंस की पिछली खिड़की का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सामान्य अस्पताल में भिजवा दिया।

वहीं, एक अन्य हादसे में 2 लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए शहर के सी.एच.सी. में भर्ती करवाया गया लेकिन चोट ज्यादा होने पर डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें खानपुर मैडीकल कालेज रैफर कर दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक गन्नौर के गांव घसौली वासी वेद प्रकाश शास्त्री हाल के दिनों में समालखा की कृष्णा कालोनी में परिवार सहित रह रहे थे और गांव के राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल में बतौर संस्कृत अध्यापक तैनात थे।

उनका बेटा 17 वर्षीय विपुल भी उसी स्कूल में 11वीं में पढ़ता था। रोजाना की तरह दोनों बाइक उठाकर घर से सुबह के समय स्कूल के लिए निकले। जैसे ही हल्दाना बार्डर के नजदीक पहुंचे तो कोहरे के चलते दिखाई न देने पर सड़क पर खड़े एक कैंटर में पीछे से टक्कर हो गई।

कैंटर चालक ने न तो कोई रिफ्लैक्टर व लाइट जलाई हुई थी और न ही सावधानी को लेकर कोई लाल कपड़ा लगाया हुआ था। हादसे में दोनों बाइक सवार बाप-बेटा जख्मी हो गए। पता लगने पर पहुंची एम्बुलैंस के जरिए उनको सी.एच.सी. लाया गया लेकिन डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

वहीं, एम्बुलैंस चालक जगबीर ने बताया कि इसी हादसे की सूचना मिलने पर जब वे मौके पर पहुंचे तभी पीछे से तेज गति व लापरवाही से आ रहे एक कार चालक ने एम्बुलैंस में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही एम्बुलैंस का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया जबकि चालक व कर्मचारी बाल-बाल बच गए।

वहीं, इस दर्दनाक हादसे में मृतक की पत्नी व 2 बेटियों का ही नहीं बल्कि परिवार के अन्य लोगों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। इकलौते बेटे व पति की मौत से पत्नी का बुरा हाल हो चुका है और वो हर बार उनके चेहरे को निहारकर रोते हुए बेहोश हो रही थी। वहीं इस दर्दनाक हादसे से शास्त्री का परिवार उजड़ गया है जिससे हर कोई गम में डूबा हुआ है।

बता दें कि करीब 2 साल पहले वेद प्रकाश शास्त्री के बड़े बेटे मयंक त्यागी की समालखा में ही कुछ युवकों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। परिवार में अब सिर्फ उसकी पत्नी व 2 बेटियां ही बची हैं।