दिव्यांग की गुहार पर मंत्री ने बहन बनाकर थमाया शगुन

5/28/2016 11:57:07 AM

पानीपत: गरीब आदमी को कहीं न्याय नहीं मिलता तो आखिर में मंत्रियों या अफसरों के बाहर धरना देना पड़ता हैं तब कहीं जाकर सुनवाई होती है। वह भी मीडिया में आने के बाद। गांव बिंझौल के दिव्यांग पति-पत्नी के पास रोजी-रोटी का कोई साधन नहीं है। काम धंधा चलाने के लिए लोन अप्लाई किया तो बैंक वालों ने वह भी नहीं दिया। ऊपर से करीब 9 साल से गरीबी रेखा के लिए मिलने वाले प्लाट के लिए धक्के खा रहे हैं, लेकिन आज तक गांव की बस्ती में प्लाट अलाट नहीं हुआ है। 

 

गांव बिंझौल की दिव्यांग सत्यवान व उसकी पत्नी नीलम शुक्रवार को मंत्री रामविलास शर्मा से मिलने पहुंची, लेकिन जब नहीं मिल पाई तो लघु सचिवालय के मेन गेट पर बैठ गए तथा जैसे ही मंत्री नीचे उतरकर गाड़ी में बैठने लगे तो उससे पहले ही इंतजार कर रहे पति-पत्नी ने मंत्री रामविलास शर्मा से मिलने की गुहार लगाते हुए आवाज दी। इस पर मंत्री इनके पास पहुंचे तथा समस्या सुनी।  

 

गांव बिंझौल के दिव्यांग सत्यवान व नीलम ने मंत्री रामविलास शर्मा को बताया कि उनका 2007 में गरीबी रेखा में नाम दर्ज हुआ था। तभी से 100-100 वर्ग गज के प्लाट के लिए धक्के खा रहे हैं लेकिन आज तक उनकी सुनवाई नहीं हुई।

 

कई बार बी.डी.ओ.आफिस में आ चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वहीं, रोजगार न होने पर दुकान के लिए 2 लाख का लोन अप्लाई किया था जिसमें सबसिडी भी दी जानी थी बार-बार निवेदन करने के बाद भी सबसिडी नहीं दी जा रही। इस बारे में दोनों ने मंत्री को बताया तो मंत्री ने समस्या को गंभीरता से सुना तथा कहा कि आपकी दोनों समस्याओं को समाधान करवाया जाएगा। 

 

दिव्यांग बोली, बहन बनाया है तो काम भी होगा इसके बाद मंत्री रामविलास शर्मा ने दिव्यांग महिला को बहन का रिश्ता बताते हुए 500 रुपए शगुन के रूप में देने चाहे तो महिला ने लेने से मना कर दिया। इस पर मंत्री ने कहा कि जब बहन बनाया है तो शगुन तो लेना ही पड़ेगा। इसके बाद महिला ने 500 रुपए ले लिए लेकिन साथ में कहा कि मंत्री जी बहन तो बना लिया अब काम भी कर देना।