घंटों चला हाईवोल्टेज ड्रामा, पूर्व फौजी दम्पति ने छुड़ाए पसीने

10/29/2018 11:08:11 AM

पानीपत(संजीव): सिविल अस्पताल में चल रही कैंटीन को हटाने का मामला प्रशासन के गले की फांस बनता नजर आ रहा है। रविवार को कैंटीन को हटाने के लिए पहुंचे सिविल अस्पताल प्रशासन को कैंटीन संचालक व उसकी पत्नी के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। प्रशासन पर संचालक की गैर-मौजूदगी में कैंटीन तोडऩे के आरोप भी लगे हैं। बहरहाल भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कैंटीन को उस स्थान से हटा दिया है। वहीं, संचालक पूर्व फौजी ने चेतावनी दी है कि वह चुप बैठने वाला नहीं है तथा बॉर्डर की तरह आर-पार लड़ाई लडूंगा। हालांकि सिविल अस्पताल प्रशासन द्वारा थाना शहर पुलिस को कार्रवाई को लेकर लिखित शिकायत भी दी गई है।

रविवार सुबह 11 बजे के आसपास कई घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा परिसर में चला। रविवार को सिविल अस्पताल की एक टीम जिसमें डिप्टी सी.एम.ओ. डा. नवीन सुनेजा, एम.एस. डा. आलोक जैन, डिप्टी एम.एस. डा. अमित, एस.एम.ओ. डा. श्याम लाल आदि शामिल रहे, दल बल के साथ सिविल अस्पताल परिसर में चल रही 24 साल पुरानी कैंटीन को हटाने के लिए पहुंचे। लेकिन वह बंद मिली, जिस पर अस्पताल प्रशासन ने चाबी आदि से नट खोलने शुरू किए। लेकिन सफल न होने पर टीन से बनी कैंटीन को क्रेन मंगवाकर तोड़कर हटाने का काम शुरू कर दिया गया। मामले की सूचना मिलते ही कैंटीन संचालक पूर्व फौजी की पत्नी संतोष मौके पर पहुंच गई और कार्रवाई का विरोध किया। 

महिला का कहना है कि जब उन्होंने रविवार तक स्वयं ही कैंटीन हटाने का समय ले रखा है तो इस प्रकार अचानक से कैंटीन तोडऩा गलत है। महिला ने अधिकारियों से जमकर बहस की तथा मामले की सूचना अपने पति को भी फोन करके दी। जिस पर पूर्व फौजी भी मौके पर पहुंचा और अधिकारियों पर गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया तथा दोनों पक्षों में जमकर गर्मागर्मी हुई। पुलिस की दुर्गा शक्ति टीम व भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। प्रशासन द्वारा कैंटीन तोडऩे से गुस्सायी महिला ने पुलिस अधिकारियों से भी भिड़ गया तथा ट्रांसफर तक करवाने की बात कह डाली। बाद में किसी तरह फौजी दम्पति को प्रशासन ने शांत करवाया।
 

 

 

Rakhi Yadav