9 टीम व 90 पुलिसकर्मियों के चक्रव्यूह में फंसा रॉकी

7/15/2018 12:39:23 PM

पानीपत(संजीव): अपहरण, हत्या का प्रयास, जान से मारने की धमकी देने कुख्यात आरोपी रॉकी को पकडऩे के लिए शनिवार को भी 11वें दिन पुलिस ने खूब पसीना बहाया। डी.एस.पी. जगदीप दून के नेतृत्व में एक चक्रव्यूह तैयार किया गया। जिसमें 9 टीमों पर आरोपी के संभावित रास्तों पर इस प्रकार से तैनात किया कि आरोपी जैसे ही क्षेत्र में आने का प्रयास करें, उसे दबोच लिया जाए। आरोपी रॉकी की दिल्ली से पानीपत आने की सूचना मिली। जिसके अंतर्गत पुलिस की 4 टीमें जी.टी. रोड व 4 टीमें गोहाना-इसराना रोड पर तैनात कर दी गई, जिनका नेतृत्व एनकाऊंटर स्पैशलिस्ट राजेश फोगाट कर रहे थे। जबकि 9वीं टीम डी.एस.पी. मुख्यालय जगदीप दून द्वारा अलग से अलर्ट की गई, जो पल-पल की रिपोर्ट तैयार करने में लगी। 

वहीं, दूसरी ओर आरोपी युवक गांव नौल्था के अड्डे पर अपनी लुक को बदलकर भागने की फिराक में था। टीम के 90 कर्मियों में साइबर सैल के मुख्य सिपाही दिनेश कुमार, जो डिवाइस को लेकर चल रहे थे, उन्हें नजदीक ही आरोपी के होने का आभास हुआ, जिस पर उन्होंने हेयर सैलून से बाहर निकल रहे युवक को शक के आधार पर टोक लिया और उसका नाम पूछा तो युवक ने अपना नाम शमशेर बताया। जब सिपाही दिनेश ने युवक से आई.डी. मांगी तो युवक के चेहरे पर हवाइयां उडऩे लगीं और भागने का प्रयास करने लगा। जिस पर मुख्य सिपाही का शक यकीन में बदल गया और उसका पीछा शुरू कर दिया। जिसके चलते आरोपी रॉकी ने 3 फायर कर दिए। जिनमें से एक गोली मुख्य सिपाही दिनेश की छाती में जा लगी।

 जिसे देखकर अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों ने घेराबंदी करके आरोपी रॉकी को दबोच लिया। इस दौरान हुई हाथापाई में आरोपी गिर गया और उसके दाएं पैर में चोट भी आई है। आरोपी को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जबकि बहादुरी का परिचय देने वाले सिपाही दिनेश को बिशन स्वरूप कालोनी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की डी.एस.पी. जगदीप दूहन ने देर शाम पत्रकार वार्ता कर जानकारी दी। डी.एस.पी. दून ने बताया कि आरोपी से सबसे पहले लड़की की बरामदगी को लेकर पूछताछ की जाएगी। उसके बाद आरोपी रॉकी हथियार कहां से लेकर आया है, उसकी मदद व किसकी शरण में रहकर इस तरह से कानून को हाथ में लिया है।

खुद नहीं आया पकड़ कर लाया
कल ही आरोपी ने अपने स्टेटस अपडेट में लिखा था कि डी.एस.पी. जगदीप जी आप मुझे अपना नम्बर व्हाट्स एप कर दो मैं खुद आ जाऊंगा। उसने ये सोचा भी नहीं होगा कि स्टेटस अपडेट के 24 घंटे के भीतर वह पुलिस की गिरफ्त में होगा।अपराधी चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो छोटा सा सुराग अपराधी की गर्दन तक पहुंचाने के लिए काफी है

पीड़ितों के परिजनों की जान में जान आई
जिन 6 दोस्तों के पीछे रॉकी हाथ धोकर पड़ा था, उसकी गिरफ्तारी से उनके परिजनों की जान में जान आई है। राजन पर चली गोली के बाद पुलिस सुरक्षा में अज्ञात स्थानों पर छिपकर समय बिता रहे 5 दोस्तों भी पिछले 3 दिन से अपने आप को बंदिश में महसूस कर रहे थे। अब गिरफ्तारी के बाद उन्हें खुशी है।

कई विकल्पों पर एक साथ हुआ काम
डी.एस.पी. मुख्यालय जगदीप दून ने टीम के साथ एक रोड मैप तैयार किया उसे कैसे दबोचना है। तुरन्त 4 टीमों को जी.टी. रोड व 4 टीमों को गोहाना-इसराना मार्ग पर तैनात कर दिया। एक अन्य टीम के साथ डी.एस.पी. दून व एनकाऊंटर स्पैशलिस्ट डी.एस.पी. राजेश फोगाट स्वयं अलर्ट पर रहे। इन टीमों में सी.आई.ए. वन के प्रभारी दीपक कुमार, टू व थ्री की टीमें भी शामिल रहीं जबकि साइबर सैल के इंचार्ज संदीप छिक्कारा आरोपी की लोकेशन की रिपोर्ट जुटाते रहे। इस मिशन में 90 पुलिस कर्मी शामिल रहे।

एस.पी. मनबीर बोले, वैल्डन जवान
आरोपी की गोली का शिकार हुए मुख्य सिपाही दिनेश को उपचार के लिए बिशन स्वरूप कालोनी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर पुलिस अधीक्षक मनबीर सिंह व डी.एस.पी. बिजेंद्र सिंह घायल सिपाही का हालचाल जानने के लिए पहुंचे। एस.पी. ने सिपाही की पीठ थपथपाई और कहा कि वैल्डन जवान तथा जान की बाजी लगाकर भी आरोपी को काबू करने में सफलता हासिल की।

Deepak Paul