हरीश के नाम पर सडक़ का नामकरण होगा, फतेहपुरी चौक पर लगेगी प्रतिमा
2020-11-30T13:11:49.557
पानीपत, (संजीव नैन) : तीन बार पार्षद रहे भाजपा नेता हरीश शर्मा की रस्म किरया रविवार को तहसील कैम्प क्षेत्र में हुई। जहां शहरी विधायक प्रमोद विज व अन्य गणमान्य लोगों के साथ-साथ हजारों की संख्या में समर्थकों व वार्ड वासियों ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। दूसरी ओर श्रद्धांजलि सभा के दौरान पुलिस सुरक्षा के व्यापक प्रबंध थे तथा सतर्क पुलिस ने पूरी स्थिति पर निगाहें बनाए रखी ताकि भावुक समर्थक किसी प्रकार के विवाद की स्थिति पैदा न कर दें।
शहरी विधायक प्रमोद विज ने इस अवसर पर घोषणा करते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों के दिलों में बसे पूर्व पार्षद हरीश शर्मा के नाम पर तहसील कैम्प की मुख्य सडक़ का नामकरण किया जाएगा। इसके साथ-साथ फतेहपुरी चौक पर हरीश शर्मा की प्रतिमा भी लगवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हरीश शर्मा होनहार व जनप्रिय नेता थे जो हर समय जनता की समस्याओं को हल करने के लिए प्रयासरत रहे। उनकी कमी को किसी भी प्रकार से पूरा नहीं किया जा सकता। इस दौरान शहरी विधायक विज भावुक भी हो गए तथा कहा कि हरीश शर्मा को देखकर उन्हें हिम्मत के साथ-साथ जनसेवा की प्रेरणा मिलती थी। जिसके चले जाने से उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है। उन्हें राजनीतिक और सामाजिक तौर पर इतना बड़ा झटका लगा है जिससे उभरने में कई साल लग जाएंगे। उन्होंने उपस्थित लोगों के समक्ष वायदा किया कि हरीश शर्मा की मौत के मामले की एसआईटी द्वारा जांच की जा रही है तथा गहनता से छानबीन करते हुए हर दोषी को दंड दिलवाया जाएगा। शर्मा परिवार को पूरा न्याय दिलवाने के लिए वह कटिबद्ध हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने जिन मांगों को पूरा करने का वायदा किया था, उन्हें भी जल्द ही पूरा करवाया जाएगा। ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा के भाई हरपाल ढांडा, सांसद संजय भाटिया के बेटे चांद भाटिया, मेयर अवनीत कौर ने भी पार्षद अंजलि शर्मा व अन्य परिजनों को हर संभव सहयोग देने का वायदा किया। श्रद्धांजलि सभा के दौरान कई बार माहौल काफी गमगीन बना तथा वक्तागण भावुक होकर आंसू पोंछते नजर आए। वहीं मेयर अवनीत कौर ने उपस्थित जनसमूह को बताया कि जल्द ही नगर निगम की बैठक में तहसील कैम्प रोड का नाम हरीश शर्मा के नाम पर रखने तथा फतेहपुरी चौक पर हरीश शर्मा की प्रतिम लगाने संबंधी प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास करवाया जाएगा। पूर्व पार्षद की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगा कि श्रद्धांजलि सभा में काफी संख्या में पार्षदों, भाजपा नेताओं के अलावा विपक्षी दलों से जुड़े नेता व बाजारों के प्रधान भी काफी संख्या में मौजूद रहे।