मडलौडा में लुटेरों व चोरों का आतंक

10/21/2017 3:18:45 PM

मडलौडा (राजेंद्र): कस्बा मडलौडा में लुटेरों व चोरों ने आतंक मचाया हुआ है। कस्बे में हर रोज हो रही घटनाओं ने दुकानदारों व व्यापारियों का जीना दूभर कर दिया है। ऐसा माहौल बनता जा रहा है कि कस्बे में आम दुकानदार व आमजन अपने आपको असुरक्षित समझने लगे हैं। हालात बद से बदतर होकर जंगलराज जैसे बनते जा रहे हैं। चारों ओर आम नागरिक में भारी रोष देखने को मिल रहा है। लगातार लूट व चोरी के सिलसिले के चलते बुधवार की रात लुटेरों ने हथियार के बल पर बी.डी.पी.ओ. कार्यालय के सामने जगदम्बे करियाना स्टोर के संचालक हुक्मचंद निवासी मुंशीराम कालोनी मडलौडा (74 वर्षीय) को अपने घर जाते वक्त लुटेरों ने निशाना बनाया।

जानकारी के अनुसार बीती रात करियाना स्टोर के संचालक हुक्मचंद बुधवार धनतेरस को लगभग साढ़े 9 बजे अपने करियाना स्टोर को बंद कर साइकिल पर अपने घर मुंशीराम कालोनी में जा रहे थे। अपने स्टोर से करीब 250 फुट की दूरी पर वाटिका के गेट के सामने लुटेरों ने उसे रोकते हुए कहा कि जो तेरे पास है, हमें दे दो। दुकानदार ने उन्हें मना कर दिया। लुटेरों ने उसे धक्का दिया तो दुकानदार नीचे गिर पड़ा। लुटेरों को मंडी की ओर से कोई रोशनी नजर आई तो लुटेरे डर के मारे हुक्मचंद को गोली मारकर फरार हो गए।

बताया गया है कि हमलावरों द्वारा चलाई गई गोली जंघा के पास बाईं टांग पर लगी। हमलावरों की हिम्मत देखें तो जिस रास्ते पर हमलावरों ने हमला किया। उस रास्ते पर देर रात तक चहल-पहल रहती है और दुकानदार का घर भी थोड़ी ही दूरी पर है। गोली से आहत हुक्मचंद को उपचार के लिए पानीपत प्रेम कुमार अस्पताल में भेजा गया। सूचना मिलने पर मडलौडा पुलिस की टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। पीड़ित के पुत्र सुनील कुमार की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

लूट का था इरादा या दहशतगर्दी
कस्बा मडलौडा में जो हालात चल रहे हैं। आमजन में लुटेरों के खौफ से दहशत बनती जा रही है। दुकानदारों पर लगभग एक महीने के दौरान 2 बार हथियार के बल पर हमला किया गया लेकिन लुटेरे किसी से भी लूटने में कामयाब नहीं हुए। लोगों में कयास लगाए जा रहे हैं कि लुटेरे बड़ा हाथ मारना चाहते हैं। ऐसा करके दुकानदारों में दहशत फैलाना चाहते हैं ताकि कोई भी किसी की मदद के लिए न आए।

हथियार के बल पर दोनों घटनाएं लगभग एक जैसी
हथियार के बल पर 2 घटनाएं हुईं। दोनों घटना त्यौहारों के समय दशहरा व दीवाली के समय पर हुई, क्योंकि लुटेरों के दिमाग में दुकानदारों से बिक्री का कैश लूटने की मंशा रही होगी। जो लगभग 9 और 10 बजे के बीच हुई और दोनों घटनाओं को अंजाम देने वाले लुटेरे बाइक सवार बताए जा रहे हैं। दोनों के पास हथियार, घटना को अंजाम देने का तरीका व समय लगभग एक जैसा है।

व्यापारी व दुकानदार कर सकते हैं पलायन
कस्बा में जो हालात बनते जा रहे हैं। इस सम्बंध में कुछ सभ्य लोगों का कहना है कि होने वाली वारदातों से लग रहा है कि 21 जून 2004 में दिन-दिहाड़े लगभग 12 बजे मंडी के व्यापारी पवन गर्ग की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एस हादसे से मंडी के लगभग 50 प्रतिशत व्यापारी पलायन कर गए थे। इन वारदातों से लग रहा है कि व्यापारियों में पलायन की पुनरावृत्ति हो सकती है। कस्बे में बसने वाले दुकानदार इनके चलते हालातों को मद्देनजर रखते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं। वे आने आपको असुरक्षित व असहाय मानकर अपने मन में भयभीत हैं।

इस क्रम से हो रही हैं घटनाएं
6 सितम्बर को मारुति गैरेज के पास कर्म सिंह के घर में चोर कर गए पूरे घर का सफाया।
8 सितम्बर को बिल्लू करियाना स्टोर से हथियार के बल पर लूटने का प्रयास।
11 सितम्बर को सोनी क्लाथ हाऊस की दुकान में तीसरी बार चोरी।
15 सितम्बर को घी-चीनी के थोक विके्रता सुभाष के गोदाम से लाखों का माल चोरी।
30 सितम्बर को फिर घी-चीनी के विक्रेता सुभाष के गोदाम पर चोरों ने निकाले 14 नग घी आदि के।
18 अक्तूबर को हुक्मचंद जगदम्बा करियाना स्टोर के संचालक पर गोली मारकर लूटने का प्रयास।