कांग्रेस से हाथ मिला सकते हैं भगवंत मान,खबरों से मचा हड़कंप!

punjabkesari.in Thursday, May 04, 2017 - 11:37 AM (IST)

जालंधर (बुलंद): आम आदमी पार्टी की अंतर्कलह जगजाहिर होती जा रही है। दिल्ली में कुमार विश्वास और अमानतुल्लाह खान की खींचातानी ने पार्टी की खूब किरकिरी करवाई है। पंजाब में घुग्गी, खैहरा, फूलका और भगवंत मान के अपने अलग-अलग सुर हैं। ऐसे में कई निचले स्तर के नेता तो पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। जालंधर के मीडिया को-आर्डीनेटर बलवंत सिंह अंदरखाते कई दिन पहले अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं जिसकी खबर पार्टी ने बाहर नहीं आने दी। 

ऐसे में पार्टी के बड़े नेताओं के बारे में कई प्रकार की खबरें सुनने को मिल रही हैं। ताजा खबर भगवंत मान के कांग्रेस के करीब आने की है।  जानकारों की मानें तो केजरीवाल की नीतियों के बारे में खुलकर विरोध जता चुके भगवंत मान पंजाब के चुनावी नतीजों के बाद से ही दिल्ली में बैठे पार्टी हाईकमान से कटे हुए हैं। 
उधर भगवंत मान कथित रूप से कांग्रेस के करीब आ चुके हैं। सियासी जानकारों की मानें तो भगवंत मान और कांग्रेस के नेता मनप्रीत बादल किसी समय पी.पी.पी. में इक_े रहे हैं। चुनावी नतीजों के बाद आए ‘आप’ के बुरे नतीजों ने एक बार फिर से भगवंत को मनप्रीत के करीब आने के लिए मजबूर किया है। 
जानकारों के अनुसार चाहे मनप्रीत ने भटिंडा सीट से चुनाव जीता पर भगवंत मान ने मनप्रीत के विरोधी चचेरे भाई सुखबीर बादल के खिलाफ चुनाव में खूब प्रचार किया था। 

कांग्रेस नहीं चाहती भगवंत मान को पार्टी में लाना
कांग्रेस से जुड़े और कभी पी.पी.पी. में भगवंत मान का रंग देख चुके लोग नहीं चाहते कि भगवंत मान को कांग्रेस में लाया जाए। कांग्रेसी नेताओं और कुछ वर्करों से बात की तो उनका कहना था कि भगवंत मान ने पहले पी.पी.पी. में अपने रंग दिखा दिए थे, फिर ‘आप’ में जाकर जो शराबी की भूमिका निभाई उससे कांग्रेस को सबक सीखना चाहिए। कांग्रेस के पास अपने जरूरत से ज्यादा विधायक हैं और भगवंत को लाकर पार्टी अपना नुक्सान ही करेगी। मामले बारे मनप्रीत बादल और भगवंत मान से बात करने की काफी कोशिश की गई पर उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।


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