खुशखबरी: अब हरियाणा अौर पंजाब में भी होगी सेब की पैदावार

1/4/2018 11:45:52 AM

चंडीगढ़(ब्यूरो): हिमाचल के सेब की पैदावार की तैयारी अब हरियाणा अौर पंजाब में चल रही है। गर्म इलाकों में पनपने वाले अन्ना प्रजाति के सेब की मांग इन दोनों राज्यों से आ रही है। नौणी विश्वविद्यालय में अब तक हिमाचल के निचले इलाको अौर हरियाणा तथा पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से लोग सेब प्रजाति के संबंध में जानकारी जुटा चुके हैं। चिलिंग आवर्स की कम जरूरत होने से अन्ना प्रजाति तेजी से गर्म इलाकों में लोकप्रिय हो रही है। इस बार नौणी विश्वविद्यालय में सेब की इस प्रजाति की पैदावार के प्रयास शुरू हो चुके हैं। 

समुद्रतल से करीब 4 हजार फीट की ऊंचाई पर यह सेब पनप सकता है। नौणी विवि के वैज्ञानिकों ने लंबे समय़ के शोध के बाद इस प्रजाति को प्रमुखता से तैयार किया है। हिमाचल के नीचले हिस्सों में भी इस प्रजाति की पौध को तैयार करने के प्रयास चल रहे हैं। अन्ना प्रजाति के सेब को सिर्फ 300 घंटे तक शून्य डिग्री तापमान(चिलिंग आवर) की जरूरत पड़ती है। अन्य किस्मों को पनपने में 1200 घंटे के चिलिंग हावर्स की जरूरत पड़ती है। 

मई या जून में हो जाता है तैयार 
अन्ना प्रजाति का सेब मई अौर जून माह में तैयार हो जाता है। बाजार में दूसरे सेब के मुकाबले ये पहले पहुंचा जाता है। अन्ना प्रजाति का सेब खाने से खट्टेपन का एहसास होता है। यह बाजार में दूसरे सेब के मुकाबले पहले पहुंच जाता है। इसकी वजह से जून माह की गर्मी में लोग ताजा सेब का लुत्फ उठा सकते हैं। हरियाणा अौर पंजाब में इस प्रजाति के सेब उगाए जाते हैं तो हिमाचली सेब की डिलिसियस प्रजाति के तैयार होने से पूर्व यह बाजार में आ जाएगा।