आखिर क्यों घनश्याम सर्राफ और बिक्रम ठेकेदार को गंवानी पड़ी कुर्सी ?

7/23/2016 4:51:01 PM

चंडीगढ़: इस विस्तार के साथ जहां राज्य मंत्रिमंडल में जिला फरीदाबाद व रोहतक को प्रतिनिधित्व मिल गया है, वहीं घनश्याम सर्राफ की मंत्रिमंडल से छुट्टी होने पर जिला भिवानी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व से रिक्त हो गया है। जिला रेवाड़ी की पूर्ति विक्रम ठेकेदार के मंत्रिमंडल से बाहर हो जाने पर बावल से विधायक बनवारी लाल को राज्यमंत्री बनाकर कर दी गई है। शपथ ग्रहण समारोह में पार्टी के राज्य प्रभारी डा. अनिल जैन व केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री किशन पाल गुज्जर सहित राज्य मंत्रिमंडल के कई सदस्य व अधिकारी शामिल थे। वहीं जिन 2 राज्य मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी हुई वह इस शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित नहीं हुए। 

 

विवादों में गई बिक्रम की कुर्सी
रेवाड़ी/बावल: रेवाड़ी के कोसली विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनकर मंत्री पद तक पहुंचे बिक्रम सिंह ठेकेदार को 2 साल में ही अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। इन 2 वर्षों में वे किसी न किसी मुद्दे पर विवादों और आरोपों से घिरे रहे। यादव को केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह की कृपा से मंत्री पद मिला था। जब बिक्रम लगातार विवादों में रहकर सरकार व पार्टी की किरकरी करा रहे थे तो उनका मंत्री पद छीना जाना लगभग तय माना जा रहा था। इनके विवादों की सारी रिपोर्ट यहां के कार्यकत्र्ता व नेताओं ने मुख्यमंत्री व पार्टी आलाकमान को भेज रखी थी, जब बिक्रम सिंह की कुर्सी छीने जाने की चर्चा शुरू हुई तो राव इन्द्रजीत भी उनके बचाव में नहीं आए और उन्होंने बिक्रम के स्थान पर बावल से पहली बार विधायक बने डा. बनवारी लाल के नाम पर अपनी सहमति देते हुए उनके मंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त कर दिया।

 

दोनों पर रहे कई आरोप 
मंत्री पद की कुर्सी गंवाने वाले दोनों मंत्रियों पर कई तरह के आरोप रहे हैं। सूत्रों की माने तो दोनों मंत्रियों के विभागों में बेहतर काम का रिजल्ट नहीं आ पाया और कथित तौर से भ्रष्टाचार की बात भी सामने आई थी।

 

काम नहीं आई बिक्रम की लॉबिंग 
बिक्रम सिंह ठेकेदार अंतिम समय तक अपनी कुर्सी बचाने के लिए लॉबिंग करते रहे। सूत्रों की मानें तो विक्रम सिंह ठेकेदार को पहले भी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर मंत्रीमंडल में शामिल किया गया था। सूत्रों की मानें तो ठेकेदार जहां सरकार को फिट नहीं बैठे वहीं राव इंद्रजीत को भी उन्होंने कई मामले में दरकिनार किया।

 

बिक्रम ने दिल्ली में ही छोड़ी गाड़ी
मंत्री पद से हाथ गंवाने वाले विक्रम ठेकेदार ने शुक्रवार सुबह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत से मुलाकात की और उसके बाद ही अपनी सरकारी गाड़ी व सुरक्षा गार्ड को हरियाणा भवन में छोड़ दिया। वहीं दूसरे मंत्री घनश्याम सर्राफ ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के बाद अपना इस्तीफा सौंपा। 

 

बिक्रम व सर्राफ के इस्तीफे मंजूर
चंडीगढ़ (संघी): हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के परामर्श पर सहकारिता राज्यमंत्री बिक्रम सिंह यादव व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी राज्य मंत्री घनश्याम सर्राफ की ओर से अपने पद से सौंपे गए त्यागपत्रों को स्वीकार कर लिया।