बच्चियों पर बढ़ते अत्याचारों व न्याय की मांग को लेकर कैंडल मार्च आज

4/17/2018 12:02:17 PM

रेवाड़ी(ब्यूरो): मासूम बेटियों पर होते जघन्य अपराध और कत्ल देश की जनता के लिए चिंता का विषय है। यह कौन से सभ्य समाज एवं विकसित देश की पहचान है। उक्त विचार जनसंघर्ष कमेटी के प्रवक्ता कामरेड राजेन्द्र सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राजनीति का अपराधीकरण बेटी पर हो रहे अत्याचार का मुख्य कारण है। अपराधियों को राजनीति सरक्षंण देती है या राजनीति को ही अपराधी चलाते हैं। अभी हाल की घटनाओं ने यह सिद्ध कर दिया है।

इस देश का शासन-प्रशासन मासूम एवं महिलाओं पर बढ़ रहे बलात्कार की घटनाओं के प्रति जरा सा भी गंभीर नहीं है। कामरेड ने कहा कि वर्ष 2016 में 39 हजार बलात्कार की घटनाएं इस देश में घटी हैं। इन अमानवीय घटनाओं की रोकथाम करने के लिए सरकारों ने कोई कदम नहीं उठाया। न्यायमूर्ति जे.एस वर्मा आयोग की सिफारिशों को भी पूर्ण रूप से लागू नहीं किया गया है, जो निर्भया कांड पर गठित हुआ था। सबसे वेदनापूर्वक बात यह है कि मासूम बच्चियों को भी धर्म एवं जात के आधार पर देखने की हैवानियत चल रही है। इंसानी मूल्यों को धाराशाही किया जा रहा है।

 उन्होंने बताया कि कठुआ, उन्नाव में हुई दरिंदगी समेत मासूम बच्चियों पर बढ़ते अत्याचारों के विरोध में पीड़ितों के लिए न्याय की मांग को लेकर 17 अप्रैल को सांय 6 बजे शहर के राव तुलाराम पार्क में युवा संगठन ए.आई.डी.वाई.ओ. समेत अन्य सामाजिक सगंठनों, बुद्धिजीवियों व प्रबुद्ध नागरिकों की तरफ  से कैंडल मार्च आयोजित किया जाएगा। जनसंघर्ष कमेटी तमाम नागरिकों सामाजिक संगठनों से अपील करती है कि आप अपने साथ कैंडल लाएं एवं मासूम पीड़ित बेटियों के लिए न्याय की आवाज बुलंद करें।
 

Deepak Paul