दूसरे राज्य को नहीं बेच रहे बिजली : सी.एम

10/24/2017 12:38:46 PM

चंडीगढ़ (बंसल/पांडेय): मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि प्रदेश में मौसम के आधार पर 3000 मैगावाट से 9800 मैगावाट तक बिजली की आवश्यकता है। इसके अलावा, प्रदेश में सभी स्रोतों से अनुबंधित बिजली 11085.3 मैगावाट है। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी आज हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन अधिवेशन के दौरान विधायक करण सिंह दलाल की ओर से पूछे एक प्रश्न के उत्तर में दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 81 कंपनियों से अलग-अलग दरों पर बिजली की खरीद की जा रही है व राज्य सरकार की ओर से किसी भी राज्य को बिजली नहीं बेची जा रही। 

विधायक ओम प्रकाश बरवा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निश्चित प्रामाणिक क्षमता वाले बिजली कंडक्टर तैयार किए हैं। समय-समय पर आवश्यकतानुसार इन्हें कसा या बदला जाता है और लोहारू विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में भी कंडक्टर को आवश्यकता पडऩे पर बदल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों पर तवान तभी लगाया जाता है, यदि वे सिंचाई के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहरी पानी का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, किसानों द्वारा नहरी पानी के माध्यम से नलकूपों की रिचार्जिंग के मामले सामान्य नहीं हैं और ऐसे मामलों में तवान कभी-कभार ही लगाया जाता है।