आंगनबाड़ी केंद्रों में मिल रही प्ले स्कूलों जैसी सुविधाएं

12/8/2018 12:02:14 PM

 

रेवाड़ी(वधवा): बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर जिलाभर में स्थापित आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित करने की जिला प्रशासन की योजना बच्चों को रास आने लगी है। केंद्रों में दीवारों पर बनी वाल पेंटिंग बच्चों के मन को भा रही हैं। इतना ही नहीं अब आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की संख्या में भी बढ़ौतरी हो रही है, बच्चों को अब इन आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूलों जैसी सुविधाएं मिल रही हैं। जिस तरह आंगनबाड़ी केन्द्रों की कायाकल्प हुई है, उससे इन केंद्रों में आने वाले बच्चे नहीं बल्कि उनके अभिभावक भी बेहद खुश हैं।

गौरलतब है कि जिला उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा की पहल पर शुरूआती दौर में जहां जिला के 30 आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में तैयार किया गया है, वहीं प्रशासन का प्रयास है कि बारी-बारी से सभी आंगनवाड़ी केंद्रों मेंं प्ले स्कू लों की तर्ज पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराकर उन्हें आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र की श्रेणी में लाया जाए। जिला रेवाड़ी में वर्तमान में 1099 आंगनबाड़ी केंद्र महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में कार्यरत हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों में कन्याओं के जन्मदिन पर सरकार के निर्देशानुसार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के जरिए कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है। केंद्रों में पंजीकृत छोटे बच्चों को खिलौने, चित्रकारी, अल्फाबेट्स वर्डस, गिनती, अक्षर ज्ञान के जरिए उनका विकास किया जाए।

यह कहना है अधिकारी का महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी लता शर्मा ने बताया कि सभी 30 आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए एजुकेशन किट आ चुकी हैं, जोकि बच्चों को जल्द ही उपलब्ध करा दी जाएंगी। बच्चों के बैठने के लिए प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र में 5-5 छोटी कुॢसयां और झूले की व्यवस्था भी अतिशीघ्र होगी। उन्होंने बताया कि आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनने से निश्चित तौर पर बच्चों का रुझान आंगनबाड़ी केंद्रों की ओर बढ़ेगा।

यह कहना है उपायुक्तका उपायुक्त अशोक कुमार ने बताया कि जिला में स्थापित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय, बिजली, पेयजल जैसी सुविधाएं प्रदान करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, प्रशासन का प्रयास है कि सरकारी भवनों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों को अतिशीघ्र आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र के तौर पर विकसित किया जाए। इन गांवों के आंगनबाड़ी केन्द्र बने आदर्श कोसली उपमंडल की बात की जाए तो नाहड खंड के अंतर्गत आने वाले गांव कोसली, भाकली, नेहरूगढ़, गुडिय़ानी, टूमना और लूला अहीर गांव के आंगनबाड़ी केंद्र को आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनाया गया है। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में 16 प्रकार की पेंटिंग व अन्य चित्रों के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां, काऊंटिंग, स्वच्छता, हैंड वाश सिखाई जाएगी।

बच्चों को अक्षर ज्ञान कराने वाली आंगनबाड़ी वर्करों को भी वर्कशाप का आयोजन कर उन्हें ट्रेङ्क्षनग दी जाएगी, ताकि बच्चों को इन आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूलों जैसा अहसास हो सकेगा। वाल पेंटिंग होने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र नए स्वरूप में दिखाई देने लगे हैं।

Deepak Paul