थम नहीं रहा किसानों का रोष

7/17/2019 12:18:33 PM

नारनौलः अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर स्थानीय लघु सचिवालय परिसर स्थित पार्क में विभिन्न गांवों के किसानों का जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों व बाईपास के लिए अधिकृत की जाने वाली भूमि का मुआवजा बढ़वाने के लिए धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। महेन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा कर रही है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा अधिकृत की जाने वाली जमीन का मुआवजा बिल्कुल कम दिया जा रहा है। 

यह सरासर किसानों के साथ अन्याय है। जिला प्रधान ने कहा कि एक तरफ सड़क के साथ लगने वाली जमीन का 1 करोड़ 70 लाख रुपए प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जा रहा है, दूसरी ओर गांव कुतबापुर को जमीन का दाम 32 लाख रुपए प्रति एकड़ सरकार किसानों को दिया जा रहा हैं। यह तर्क संगत नहीं हैं व किसानों के साथ अन्याय है। किसान सभा इसकी ङ्क्षनदा करती है व सरकार से पुरजोर मांग करती है किसानों का मुआवजा बढ़ाकर इसे एन.सी.आर. के अनुसार दिया जाए। क्योंकि महेन्द्रगढ़ जिला एन.सी.आर. में आता है तो मुआवजे देने में भेदभाव क्यों किया जा रहा हैं। किसान नेता धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि किसान की रोजी रोटी छिन कर विकास करना गलत हैं। गांव कुतबापुर, मिर्जापुर बाछोद, सराय सुरानी, सुराना, छापड़ा, बडगांव, बड़कोदा, सेका, मंडलाना, गहली, सिहमा व दौगड़ा अहीर आदि गांवों के किसान विकास के विरुद्ध नहीं है।

 विकास कार्य सरकार को करना चाहिए परन्तु सरकार प्रभावित किसानों को मुआवजा उचित व न्याय संगत देना चाहिए। धरने पर बैठे किसानों ने सरकार को चेतावनी देते है कि सरकार ने चुनावों से पहले जमीनों की मुआवजा राशि नहीं बढ़ाई तो आने वाले विधानसभा में भाजपा सरकार को इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा। ठेकेदार महेन्द्र सिंह ने कहा कि किसान सरकार के प्रतिनिधियों व प्रशासन को कई बार मांग पत्र दें चुके हैं परन्तु आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। किसानों की मांग है कि सरकार जल्दी से जल्दी क्लैक्टर रेट बढ़ाकर मुआवजा राशि किसानों को दें वर्ना किसान सहन नहीं करेंगे। इस आंदोलन में किसानों के साथ-साथ जिले के कर्मचारियों का भी समर्थन मिल रहा है। 

इस अवसर पर ठाकर अतर लाल अधिवक्ता, कामरेड बलबीर सिंह, मास्टर सूबेसिंह, गौपाल गौशाला गांव बिहाली के प्रधान बलबीर सिंह ने विचार व्यक्त किए तथा धरने में अपना समर्थन दिया। धरने के दौरान सज्जन सिंह, श्योताज सिंह, धर्मपाल शर्मा, शेरसिंह, कौशल कुमार, अभय सिंह, अनिल कुमार, भूप सिंह, जयमाल, दयाराम, दिनेश यादव, महेन्द्र सिंह, रामौतार, हनुमान प्रसाद, वेदप्रकाश, जवाहरलाल सहित अनेक गांवों के किसान मौजूद थे।

Isha