नहर टूटने से खेतों में भरा पानी

8/21/2019 11:31:11 AM

सतनाली मंडी (मनोज): सतनाली क्षेत्र में नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने के प्रयासों को एक बार फिर से चूहे व अन्य जंगली जानवरों द्वारा बनाए गए बिलों, लंबे समय से देखरेख के अभाव में जर्जर हो चुके किनारों एवं अपर्याप्त लिङ्क्षफ्टग संसाधनों ने फिर से धराशायी कर दिया है। नहरी विभाग द्वारा सतनाली डिस्ट्रीब्यूटरी से माधोगढ़ ब्रांच में पानी छोड़ा गया लेकिन पानी के लिए बनाई गई देखरेख के अभाव में जर्जर हो चुकी डिस्ट्रीब्यूटरी पानी के दवाब को ही झेलने में असमर्थ रही और गांव सोहड़ी व सतनाली के बीच इसका किनारा टूट गया।

किनारा टूटने से आसपास के खेतों में पानी भर गया और फसलें डूब गई।किसानों ने नहर विभाग के उच्चाधिकारियों को दूरभाष पर इसकी जानकारी दी जिसके बाद नहर विभाग की ओर से पानी बंद किया गया लेकिन तब तक खेत नहरी पानी से लबालब हो चुके थे। डिस्ट्रीब्यूटरी के टूटने से से परेशान किसान रूपसिंह शेखावत सहित अनेक किसानों ने बताया कि  यह डिस्ट्रीब्यूटरी हर बार टूट ही जाती है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को डिस्ट्रीब्यूटरी का किनारा टूटने से उनके खेतों में दूर तक पानी भर गया जिससे खेतों में खड़ी कपास, ग्वार, बाजरा आदि फसलें खराब होने का अंदेशा हो गया है। उन्होंने मुआवजे की मांग करते हुए  डिस्ट्रीब्यूटरी का स्थायी समाधान करवाने मांग की।  

मुरम्मत उपरांत पुन: छोड़ जाएगा पानी    
नहरी विभाग दादरी के ए.एस.डी.ओ. सुरेन्द्र जांगड़ा ने बताया कि माधोगढ़ ब्रांच में पानी पहुंचाने के लिए सतनाली डिस्ट्रीब्यूटरी में सप्ताहभर से पानी चल रहा था लेकिन लंबे समय से नहर में पानी नहीं रहने से चूहों व अन्य जंगली जानवरों ने इसमें बिल आदि खोद डाले थे जिससे किनारे कमजोर हो जाने से यहां पानी का दवाब अधिक हो गया जिससे सम्भवतया नहर का किनारा टूट गया। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद नहर में पानी बंद कर दिया गया है और कनिष्ठ अभियंता गुलशन कुमार को मौके पर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही टूटे किनारे की मुरम्मत करवाकर पुन: पानी छोड़ा जाएगा। 
 

Isha