गांव के लाल की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

4/6/2019 2:00:30 PM

रेवाड़ी(वधवा): जम्मू-कश्मीर के पुलवामा इलाके में गश्त के दौरान असंतुलित होकर पलटी गाड़ी में हुए ब्लास्ट में शहीद हुए रेवाड़ी के गांव जैनाबाद के जवान अजय यादव का शव जैसे ही गांव पहुंचा तो एक ओर जहां परिजन व गांव की महिलाएं फूट-फूट कर रो रही थीं, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण व अंतिम दर्शन को पहुंचा जनसैलाब वंदे मातरम के नारे लगा रहा था। शुक्रवार को अजय का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया और एयरफोर्स व पुलिस की टुकड़ी ने हवा में फायर कर शहीद को सलामी दी। अजय के अढ़ाई साल के बेटे नक्षय ने अपने पिता को मुखाग्रि दी।

इस मौके पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, कोसली के विधायक विक्रम सिंह सहित अनेक नेतागण व सामाजिक लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अॢपत किए।गौरतलब है कि गांव जैनाबाद निवासी 32 वर्षीय अजय कुमार पुत्र विक्रम सिंह एयरफोर्स में कार्यरत था और उसकी ड्यूटी फिलहाल अवंतनीपुरा पुलवामा कश्मीर में थी। बुधवार की रात्रि को गाड़ी से लैफिटनैंट कर्नल व अन्य 2 जवानों के साथ गश्त पर निकले थे। इसी दौरान गाड़ी असंतुलित होकर पलटी गई और उसमें ब्लास्ट हो गया और हादसे में कर्नल व अजय कुमार शहीद हो गए थे।

पार्थिव शरीर लेकर पहुंचे एयरफोर्स लै. हर्षवर्धन सिंह रावलोत ने बताया कि बुधवार की रात्रि को कर्नल के साथ हमारे जवान गश्त पर निकले थे। उस वाहन में अजय कुमार भी शामिल था। उन्होंने बताया कि गश्त के दौरान उनकी गाड़ी असंतुलित होकर पलट गई। हादसे में कर्नल व अजय कुमार मौके पर शहीद  हो गए। 3 अन्य जवान भी घायल हुए हंै। अजय कुमार एयरफोर्स में 2007 में भर्ती हुए थे।

युवाओं ने निकाली बाइक रैली
तेज धूप व भारी गर्मी के बावजूद लोग सुबह से शहीद अजय के पाॢथव शरीर को गांव पहुंचने का इंतजार करने लगे थे। युवाओं ने बाइक रैली निकालकर पाॢथव शरीर का स्वागत किया और अजय कुमार अमर रहे के नारों से सड़कों को गुंजा दिया।दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमारा क्षेत्र देश की रक्षा में सदैव अग्रणीय रहा है और हमारे जवान शहादत देने में सबसे आगे रहे हैं। उन्होंने कहा कि परिवार में केवल अजय की आय से गुजारा हो रहा था। अब परिवार पर भारी संकट आ गया है। सरकार को चाहिए कि इस बहादुर जवान के परिवार की हरसंभव मदद की जाए।

राव नरबीर सिंह ने कहा कि अजय कुमार 31 मार्च को छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटे थे। वह 2007 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। उनके पिता बिक्रम सिंह भी पूर्व सैनिक हैं।इस अवसर पर भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह यादव, सतीश खोला, जगफूल यादव, कर्नल चंदगी राम, सूबेदार जयनारायण, सूबेदार उदमी राम, सूबेदार मेजर भगवान सिंह, सूबेदार रामपत, प्रताप सिंह, पंच शेर सिंह, मा. चांदराम, प्रधान राजबीर सिंह, धर्मपाल सिंह, कृष्ण कुमार, सरपंच परीक्षित चौहान, सरपंच सुरेश चौहान गोठड़ा, सरपंच राजेन्द्र सिंह सीहा सहित अनेक गांवों के हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।

ये रहे उपस्थित
शहीद की अंतिम यात्रा में सांसद रोहतक दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, मंत्री राव नरबीर सिंह, विधायक कोसली विक्रम सिंह यादव, पूर्व मंत्री जगदीश यादव, जिला उप प्रमुख जगफूल यादव, भाजपा नेता सतीश खोला, जिला पार्षद विक्रम सिंह पांडे, इनैलो नेता जगदीश प्रसाद, एस.डी.एम. अलका चौधरी, डी.एस.पी. अनिल कुमार, बी.डी.पी.ओ. आर.सी. शर्मा, तहसीलदार मनमोहन सिंह, जिला सैनिक बोर्ड के सचिव लै. कंमाडर सरिता यादव, मनोज व जसवंत सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी डा. खुशीराम यादव, सरपंच गोपीचन्द आदि मुख्य रूप से उपस्थित हुए।

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