पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करवाने के लिए करवाएं ऑनलाइन डाटा फीड: राकेश

4/25/2019 2:28:23 PM

नारनौल(पवन): जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन व सक्षम युवाओं के सहयोग से चलाए जा रहे ग्रामीण जल संरक्षण अभियान व राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत घर-घर जाकर पेयजल सम्बंधी डाटा एकत्रित किया जा रहा है, साथ ही सभी घरों का पेयजल सम्बंधी डाटा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की वैबसाइट पर अपलोड भी किया जा रहा है। इस विषय पर आज सर्कल कार्यालय में अधीक्षक अभियंता ने इंजीनियरिंग विंग व जिला सलाहकार के साथ रिव्यू मीटिंग आयोजित की।

रिव्यू मीटिंग में सम्बोधित करते हुए अधीक्षक अभियंता राकेश कुमार ने कहा कि जल का बेहतर प्रबंध हों, सभी को पीने लायक स्वच्छ पानी उपलब्ध हो, इसके लिए सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम व ग्रामीण जल संरक्षण अभियान चलाया जा रहा है। विभाग के सभी जे.ई. व उपमंडल अभियंता समय-समय पर गांवों में जाकर टीमों की मॉनीटरिंग करें। वहीं ग्राम सरपंच व ग्रामीण इस अभियान में सहयोग करें।

पीने के पानी संबंधी गांव में किसी प्रकार की कोई समस्या है तो वे तुरंत जे.ई. को सूचित करें। उन्होंने कहा कि इस ऑनलाइन सर्वे का बहुत बडा महत्व है इसलिए ग्राम सरपंच व ग्रामीण अपना डाटा ऑनलाइन अवश्य करवाएं, क्योंकि इसी सर्वे के आधार पर ही गांव में पीने के पानी संबंधी व्यवस्था प्रदान की जाएगी। समय पर समस्या दुरूस्त न होने की स्थिति में सम्बंधित कार्यकारी अभियंता को जानकारी दें।

उन्होंने कहा कि उपभोक्ता पीने के पानी को व्यर्थ बहने से रोकें साथ ही पीने का पानी साफ  प्रयोग करें। सभी नलों पर टोंटी लगवाएं। जिस उपभोक्ता को पीने का पानी का नया कनैक्शन लेना हो वो अंत्योदय सरल केंद्र पर जाकर भी आवेदन कर सकता है। सम्बंधित रिक्वैस्ट पर मात्र 7 दिन में कार्य पूरा किया जाता है। उन्होंने बताया दोनों कार्यक्रमों के तहत लोगों के पेयजल कनैक्शन सम्बंधित जानकारी ऑनलाइन करने के साथ ही पानी बचाने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सभी पेयजल उपभोक्ताओं को अपने पेयजल कनैक्शन से सम्बंधित पूरी जानकारी को विभागीय वैबसाइट पर अपडेट करवानी चाहिए ताकि उसके आधार पर पानी के बेहतर प्रबंधन के लिए कोई प्रभावी योजना बनाई जा सके। साथ ही उसे लागू करवाकर पेयजल आपूर्ति को और अधिक बेहतर बनाकर सभी को पर्याप्त और स्वच्छ पीने लायक पानी उपलब्ध करवाया जा सके।

जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन के जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा ने कहा कि उपभोक्ता की पहचान के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की वैबसाइट बीसवास का डाटा स्वच्छ भारत मिशन के तहत जुटाए गए डाटा से मैच किया जा रहा है। साथ ही वैबसाइट पर उपभोक्ता का नाम नहीं मिलने की स्थिति में उसका विवरण लिखित में नोट किया जा रहा है। इस मौके पर कार्यकारी अभियंता सुनील कुमार रंगा, राहुल बारवाल, रमेश कुमार गौड, सुमित गर्ग, उपमंडल अभियंता अमित जैन, गोपाल सिंह, प्रदीप सिंह, कृष्ण कुमार, सहित जे.ई भी उपस्थित रहे। 

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