अस्पताल के बैंच पर दिया बच्चे को जन्म

10/23/2016 1:37:26 PM

रेवाड़ी (गंगाबिशन): नगर के नागरिक अस्पताल में शनिवार की सुबह एक प्रसूता बच्चे को जन्म देने के लिए एक से दूसरे अस्पताल में चक्कर काटती रही लेकिन उसे कहीं भी बैड नसीब नहीं हुआ और आखिरकार महिला को अस्पताल के बैंच पर अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा जिससे नागरिक अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही एक बार फिर सामने आ गई। 


अफरा-तफरी के बीच चिकित्सक अपनी कमी छिपाने में जुट गए। जानकारी के अनुसार यू.पी. के रहने वाले विपुल अपने परिवार के साथ जिले के गांव झाड़ौदा में एक ईंट के भट्ठे पर मजदूरी करके परिवार का गुजारा चलाता है। आज विपुल की पत्नी रोशना (21) की डिलीवरी होनी थी। इसे लेकर वह नाहड़ के अस्पताल में गया, जहां से चिकित्सकों ने उसकी हालत को देखते हुए कोसली भेज दिया। मगर कोसली के चिकित्सकों ने भी अपना पल्ला झाड़ते हुए उसे रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। यहां पहुंचने के बाद जब रोशना के भाई हमीद-उल ने डाक्टरों के आगे उसकी नाजुक हालत को लेकर गुहार लगाई तो उससे उसका परिचय पत्र मांगा गया लेकिन परिचय पत्र नहीं होने पर उसे अटैंड नहीं किया गया।


मगर आधे घंटे बाद रोशना ने अस्पताल के बैंच पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। बच्चे के जन्म देने पर देखते ही देखते रोशना को तमाम सुविधाएं मुहैया करवा दी गईं। एम.एस.आे. डा. सुदर्शन पंवार ने कहा कि लापरवाही जैसा कुछ नहीं है। डिलीवरी पीरियड फुल टाइम था। इसलिए मरीज के आते ही डिलीवरी हो गई। जहां तक डाक्टरों की लापरवाही का सवाल है तो मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।