सोशल डिस्टैंंसिंग को समझें व कामयाब बनाएं, कोरोना से स्वयं बचें, औरों को भी बचाएं

3/27/2020 3:48:48 PM

रेवाड़ी : दोस्तों जैसा कि बार-बार सरकार व डॉक्टर लोग सोशल दूरी बनाने पर जोर दे रहे हैं। इस सोशल डिस्टैंसिंग को हमें सही मायने में कामयाब बनाने के लिए समझना होगा। ऐसा न हो कि हम सोशल डिस्टैंस, सोशल डिस्टैंंसिंग कहते-कहते इसे फॉलो भी न करें और इसके होने वाले फायदे से वंचित रह जाएं व हजारों लाखों लोग कोरोना से पीड़ित हो जाएं। इसलिए सोशल डिस्टैंसिंग को समझना, उसका पालन करना बेहद जरूरी है, जो बहुत ही साधारण है। बस जरूरत है उसे फॉलो व अनुसरण करने की।

उक्त जानकारी बृहस्पतिवार को नगर के बड़ा तालाब पर हनुमान मंदिर के निकट ललिता मेमोरियल अस्पताल के चिकित्सक घनश्याम मित्तल व सीमा मित्तल ने सांझा की। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के अंदर सरकार ने एक से दूसरे व्यक्ति के बीच डेढ़ मीटर की दूरी से बैठने के लिए बोला है लेकिन हमें इसे 2 मीटर मानकर अपना बचाव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामान खरीदने या जरूरी काम के लिए 2-3 दिन में एक बार जाए और एक वाहन पर एक ही व्यक्ति जाए, दुकानदार व अन्य ग्राहकों से 2 मीटर का डिस्टैंंस बनाकर रखें। 

दुकानदार को सामान की लिस्ट देकर दूर खड़े हों। दुकानदार को कार्ड से, भीम एप से या किसी यू.पी.आई. से पैसे ट्रांसफर करें। घर आने के बाद अपने पर्स, रुपयों व हाथों को सैनिटाइज करें, अपने कपड़े बदल लें। अच्छा होगा स्नान कर लें। उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि हम बाहर जाएं और कोरोना वायरस को अपने साथ घर में लेकर आ जाए। 

उन्होंने कहा कि समझदारी इसी बात में है कि आप सोशल डिस्टैंसिंग मेंटेन करें। कहीं ऐसा न हो कि सड़कों पर लाशें उठाने के लिए लोग न बचे, सोशल डिस्टैंसिंग  और जो सरकार ने आदेश दिए हैं उनको फॉलो करें, घर में रहें, निकलना भी पड़े तो भीड़भाड़ न करें। एक समझदार नागरिक बनें, ताकि लोगों को इस कोरोना के कहर से बचाया जा सके।

Isha