जल संरक्षण : महेंद्रगढ़ तीसरे स्थान पर

7/18/2018 12:39:35 PM

नारनौल(पवन/ अभिषेक): जिला महेन्द्रगढ़ में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन के तत्वावधान में चलाए जा रहे ग्रामीण जल संरक्षण अभियान में नतीजे बड़े ही सराहनीय आ रहे हैं। गौरतलब है कि जिला महेन्द्रगढ़ हरियाणा राज्य में पानी के मामले में पिछड़ा हुआ है, वहीं यहां का क्षेत्र डार्क जोन में शामिल होने की वजह से भी हर साल पानी का स्तर नीचे जा रहा है, जिस कारण जमीन का पानी पीने योग्य कम होता जा रहा है। इसी के तहत जब से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन का गठन हुआ है तब से लोगों में पीने के पानी के संरक्षण व शुद्धता के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है।  

यह जानकारी देते हुए विभाग के जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा ने बताया कि जिले में ग्रामीण जल संरक्षण अभियान के तहत लोग पानी के प्रति काफ ी जागरूक हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिन पानी खत्म कहानी वाली बात को ध्यान में रखते हुए लोग उनके साथ जुड़ रहे हैं व पानी बचाने के साथ-साथ वे इस अभियान के दौरान अपने नल कनैक्शन वैध भी करवा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मई 2017 से चलाए जा रहे इस अभियान में अभी तक टीमें 48,387 घरों तक पहुंच चुकी है, इनमें से 5829 घरों के कनैक्शन पहले से वैध पाए गए वहीं 14,872 नए पेयजल कनैक्शन वैध किए गए हैं जिससे सरकार के राजस्व में 72 लाख 50 हजार 300 रु पए की वृद्धि भी हुई है। साथ ही पीने के पानी की बर्बादी की बात की जाए तो टीमों ने घर-घर जाकर व स्कूलों के माध्यम से पेयजल कनैक्शन पर टोंटी लगाओ-पानी बचाओ का नारा देकर काफ ी जागरूकता प्रदान की है। यही कारण है कि जिले में चल रहा ग्रामीण जल संरक्षण अभियान पूरे हरियाणा में तीसरे स्थान पर रहकर प्रोग्रेसिव रिपोर्ट लेकर आ रहा है। इस मौके पर बी.आर.सी. विक्रम सिंह, इंद्रजीत, अनिता, ममता, ओमप्रकाश सहित सक्षम युवाओं की टीमें उपस्थित रही।
 

पुरस्कार के लिए पंचायतें 25 तक करें आवेदन: रंगा
वहीं, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता कम नोडल अधिकारी सुनील कुमार रंगा ने बताया कि इस अभियान के दौरान टीमें घर-घर जाकर लोगों को जल बचाओ टोंटी लगाओ के बारे में प्रेरित करने के साथ-साथ स्कूलों में मोॄनग असैम्बली, आंगनबाड़ी और ग्राम स्तर की सभाएं व रैलियों के माध्यम से जागरूकता लाने का प्रयास कर रही है। जो ग्राम पंचायतें जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रही है उन्हें हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार आने वाली स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। 

इसलिए जो ग्राम पंचायतें जल संरक्षण के मापदंड पूरे करती हैं वे 25 जुलाई तक अपने संबंधित जन स्वास्थ्य विभाग के मंडल में आवेदन पत्र दे सकती हैं। जल संरक्षण पुरस्कार के लिए ग्राम पंचायत के 75 प्रतिशत से अधिक पेयजल कनैक्शन वैध होने चाहिए व सभी निजी व सार्वजनिक नलों पर टोंटी लगी होनी चाहिए। इसके साथ-साथ गांव में कोई भी पाइप लाइन लीकेज भी नहीं होनी चाहिए, जो ग्राम पंचायतें ये मापदंड पूरे करेगी उसे वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार 20 हजार से 50 हजार रुपए का पुरस्कार राशि भी प्रदान की जाएगी।

Deepak Paul