शहर में हर ओर मच्छरों की भरमार, 2988 घरों में से महज 4 घरों में मिला लारवा

4/23/2019 12:52:53 PM

रोहतक(मैनपाल): सिविल सर्जन के आदेशानुसार जिला मलेरिया विभाग हर रोज हजारों घरों में लारवा चैक कर रहे हैं लेकिन मात्र 4 से 5 घरों में लारवा मिलने की आधिकारिक पुष्टि की जा रही है। आंकड़ा, स्वास्थ्य कर्मचारियों की कार्यशैली पर स्वयं में ही सवाल खड़े करता नजर आ रहा है। हर घर में मच्छरों के उत्पाद से लोग परेशान हैं, इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग को महज 4 घरों में ही लारवा नजर आ रहा है।

परिस्थितियां बता रही हैं कि स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली खानापूर्ती ही हो सकती है, वहीं अभी तक किसी व्यक्ति का चालान नहीं किया गया। जबकि दावा किया जाता है लारवा मिलने के बाद 72 घंटों के अंदर दोबारा जांच की जाती है, इसके बाद अगर लारवा मिल जाए तो चालान करने का प्रावधान है। खैर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जिले से मच्छरजनित बीमारियों को खत्म करने के लिए लगातार प्रयासरत है।

दावा किया जा रहा है कि मच्छरजनित बीमारियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली, वहीं अधिकारियों का कहना है कि ड्यूटी में लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। यह तो वक्त ही बताएगा कि स्वास्थ्य विभाग की यह मेहनत कितनी कामयाब होगी। सिविल सर्जन डा. अनिल बिरला के आदेश अनुसार डा. सुनीता धानिया के निर्देशन में रोहतक शहर में 13 टीमों ने एंटी लारवा एक्टिविटी कर रही है। जिले में मलेरिया डेंगू व चिकनगुनिया से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर किया।

सभी 13 टीमों का सुपर विजन सुपरवाइजर धर्मवीर सिंह, राजेश कुमार, बसंत व अनिल सांगवान ने मिलकर किया जा रहा है। इस अवसर पर स्वास्थ्य कर्मचारी जितेंद्र, निर्मल सिंह, आजाद, कुलबीर, अनिल बजाड़, विनय पाल, विजेंद्र सिंह, प्रमोद राणा, भूपेंद्र, दीपक, प्रदीप, जयदेव, अनिस, जोगेंद्र व अन्य कर्मचारियों ने भी भाग लिया।

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