आयुष्मान भारत : जिले में लगभग 45 हजार पात्र व्यक्तियों ने बनवाया गोल्डन कार्ड

6/28/2019 1:14:16 PM

झज्जर: उपायुक्त संजय जून ने वर्तमान प्रदेश सरकार के सफलतापूर्वक लगभग पौने 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग चलाए जा रहे विशेष प्रचार अभियान के तहत आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर में अभी तक लगभग 45 हजार पात्र व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं।
 आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड पहले झज्जर, बेरी और बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पतालों में ही बनते थे। पात्र लोगों की सुविधा के लिए अब जिला में 11 सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में भी गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। 

उपायुक्त ने कहा कि सैक- 2011 सूची में शामिल पात्र लोगों को अपना गोल्डन कार्ड जरूर बनवाना चाहिए। गोल्डन कार्ड बनने पर पात्र व्यक्ति के लिए नागरिक अस्पताल या सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष नि:शुल्क इलाज का प्रावधान किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि आयुष्मान भारत -प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दुनिया की सबसे बड़ी नि:शुल्क स्वास्थ्य योजना है। जरूरतमंदों के लिए आयुष्मान भारत योजना स्वास्थ्य सुरक्षा कवच की भांति कारगार साबित हो रही है। 

जिले में 1817 पात्रों ने करवाया नि:शुल्क इलाज 
उपायुक्त ने बताया कि योजना का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है। जिला में योजना के तहत अभी 1817 लोगों ने नि:शुल्क उपचार 
करवाया है।  इन पात्र व्यक्तियों के उपचार पर कुल 2 करोड़, 6 लाख, 85 हजार 34 रुपए खर्च हो चुके हैं। झज्जर में नागरिक अस्पतालों सहित 11 अन्य सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में भी नि:शुल्क उपचार व गोल्डन कार्ड बनवाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, ताकि पात्र व्यक्ति को नि:शुल्क उपचार के लिए घर से ज्यादा दूर न जाना पड़े। 

गजराज व संतोष देवी बोले, मिली बड़ी राहत 
झज्जर निवासी गजराज ने बताया कि बस में चढ़ते वक्त घुटने में चोट लगी थी, इसके बाद बाएं घुटने में दर्द काफी रहता था। घुटने पर शरीर का वजन भी नहीं दे पा रहा था। उन्होंने अखबारों के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना के बारे में सुना था। वह नागरिक अस्पताल गए और डाक्टरों से मिले। डा. परमेंद्र फौगाट व डा. मनोज ने उनकी काफी मदद की और योजना के तहत नि:शुल्क इलाज किया। ऑर्थो सर्जन डा. परमेंद्र फौगाट और डा. ललित ने उनका सफलतापूर्वक आप्रेशन किया। आप्रेशन उपरांत उन्हें बड़ी राहत महसूस हो रही है। बाहर इलाज पर काफी पैसा खर्च होता। नागरिक अस्पताल में डाक्टरों ने बिल्कुल नि:शुल्क और अच्छा इलाज किया है। आयुष्मान योजना ने मुझे नई जिंदगी देने का काम किया है, वहीं संतोष देवी ने भी नागरिक अस्पताल में घुटने बदलने की सर्जरी करवाई है। उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में अच्छी सुविधाएं हैं। आप्रेशन के 3 दिन बाद ही डाक्टरों ने चलने के लिए बोल दिया। 

Isha