रेप की झूठी शिकायतें दर्ज करवाकर पैसे ऐंठता था SHO

2/8/2016 4:01:48 PM

बहादुरगढ़ (प्रवीण भारद्वाज): दुष्कर्म की झूठी शिकायतें दर्ज करवाकर पैसे ऐंठने के मामलों में फंसे थाना शहर के पूर्व एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर ओमबीर की गिरफ्तारी के लिए जांच अधिकारी की टीम छापेमारी कर रही है। हालांकि अभी निलंबित इंस्पैक्टर अभी हाथ नहीं आ रहा है। आरोपी हवलदार भी भूमिगत है।

माना जा रहा है कि दोनों सत्र न्यायालय से अग्रिम जमानत याचिका रद्द होने के बाद अब हाईकोर्ट से राहत पाने के लिए दौड़ रहे है। अभी पुलिस को वहां से कोई नोटिस नहीं मिला है। इस बीच मामले के जांच अधिकारी सोनीपत के डी.एस.पी. राहुल देव की टीम ने आरोपी इंस्पैक्टर की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। पुलिस ने कई जगह रेड की है। मगर कहां-कहां यह रेड हुई है इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है। पुलिस को आरोपी नहीं मिल रहा है।

यह था मामला
आरोप है कि शहर थाना में इंस्पैक्टर ओमबीर जब एस.एच.ओ. थे तो दिल्ली के निजामपुर का रहने वाला लीलू तोतला व उसके साथ 2 महिलाएं पहले तो दुष्कर्म की झूठी शिकायतें दर्ज करवाती थी। बाद में पुलिस संबंधित आरोपी पर दबाव बनाकर उसके खिलाफ कार्रवाई का डर दिखाती थी। इससे आरोपी जेल जाने के भय व सामाजिक प्रतिष्ठा बचाने के लिए कई लाख रुपए देकर समझौता करने के लिए तैयार हो जाता था। बाद में पुलिस अधिकारी और धंधेबाज लोगों का यह गैंग आधे-आधे पैसे बांट लेता था।

इस मामले को लेकर डी.एस.पी. अजीत सिंह के कार्यकाल में शहर थाने में एफ.आई.आर. दर्ज हुई। उस समय आरोपी महिला को गिरफ्तार किया गया तो यह खुलासा हुआ था कि इस तरह की दुष्कर्म की कई झूठी शिकायत दी गई थी। जिनमें लाखों रुपए ऐंठे गए थे। उसके बाद ही शहर थाना से ओमबीर को हटा दिया गया था।

अब मामले की जांच में आरोपी इंस्पैक्टर को निलंबित किया गया है। साथ ही उसे भ्रष्टाचार का दोषी भी पाया गया है। यह विभागीय जांच सोनीपत के डी.एस.पी. राहुल देव कर रहे है। इस जांच के दौरान ही एक सप्ताह पहले हवलदार रवीन्द्र के अलावा लीलू तोतला व 2 महिलाओं पर पैसे ऐंठने और भ्रष्टाचार करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। इसके बाद से ही दोनों आरोपी पुलिसकर्मी कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने के लिए दौड़ रहे है।