डांसर सपना चौधरी मां के साथ DGP से मिलीं, बोली- वह निर्दोष है

10/22/2016 11:29:51 AM

चंडीगढ़: हरियाणवी सिंगर और डांसर सपना चौधरी अपनी मां के साथ पुलिस  महानिदेशक DGP केपी सिंह से मिलीं। DGP ने बताया कि सपना चौधरी अपना प्रतिवेदन देकर गई है। प्रतिवेदन में सपना ने कहा कि वह निर्दोष है। 

प्रतिवेदन में सपना ने लिखा है कि एफ.आई.आर उसके खिलाफ करवाई गई है। वह दुर्भावना वश करवाई गई है। सपना का प्रतिवेदन सी.पी गुड़गांव के पास भेजा है। जांच के बाद कानून के मुताबिक सही कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कानूनी तरीके से मामले का अनुसंधान करेगी।

बता दें कि लोग सपना को कार्यक्रमों में परफॉर्म करने के लिए बुलाने लगे। ऐसे ही एक कार्यक्रम में गाई एक रागनी ने उन्हें विवादों में ला दिया। 17 फरवरी 2016 को गुड़गांव के चक्करपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में सपना चौधरी ने रागनी 'बिगड़ग्या' गाई थी। इस रागिनी के जरिए उन्होंने दलितों पर सवाल उठाए थे और जातिसूचक शब्द बोले थे। इस पर दलित समाज बिगड़ गया और कहा गया कि गीत के माध्यम से उन्होंने पूरी जाति को ‘बावला’ कहकर अपमानित किया है।

सपना हरियाणा की मशहूर डांसर और रागिनी शैली की सिंगर हैं। 9 साल की उम्र से ही उन्होंने डांस और गाने को करियर बना लिया था। वे मूल रूप से रोहतक जिले की रहने वाली हैं। उनके तमाम वीडियो यू-ट्यूब पर देखे जाते हैं। उनका गाया हुआ एक गीत ‘है सॉलिड बॉडी' लोगों के बीच बेहद मशहूर है। इस गाने की बदौलत सपना सपना कुछ ही दिनों में हरियाणा में ही नहीं बल्कि यूपी, राजस्थान, दिल्ली व पंजाब में भी फेमस हो गई।12 साल की उम्र में पिता को खोने वाली सपना चौधरी का जन्म 25 सितंबर 1990 में रोहतक में मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। शुरुआती शिक्षा रोहतक से की। 

पिता रोहतक में एक निजी कंपनी में काम करते थे। पिता के निधन के बाद मां नीलम चौधरी और भाई-बहनों की जिम्मेदारी सपना के कंधों पर आ गई। सिंगिंग और डांसिंग को न सिर्फ अपना करियर बनाया बल्कि इसी के दम पर अपने पूरे परिवार को चलाय। सपना वक्त के साथ-साथ सफलता की सीढ़ियां चढ़ीं और उनके लाखों फॉलोअर्स हो गए। लोगों में वे इतनी लोकप्रिय हो गई कि उनका प्रोग्राम देखने के लिए हरियाणा में लोग बेकाबू हो जाते थे। कई मर्तबा तो भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को लाठियां तक भांजनी पड़ती। सपना की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्हें कई प्रोग्राम में सिर्फ इसलिए बुलाया जाता था ताकि बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम देखने पहुंचे।