भूख हड़ताल पर बैठे ट्रक-आटो मार्कीट एसोसिएशन के सदस्यों की बिगड़ी हालत

3/3/2019 5:59:44 PM

रोहतक (स.ह.): मांगों के लेकर भूख हड़ताल पर बैठे ट्रक-आटो मार्कीट एसोसिएशन के 5 सदस्यों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। भूख हड़ताल पर बैठे प्रवीन आंतिल की हालत शनिवार सुबह इतनी खराब हो गई कि उन्हें पी.जी.आई. में भर्ती करवाना पड़ा। पी.जी.आई. में उपचार के बाद उन्हें वापस धरनास्थल पर लाया गया लेकिन अभी भी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, अन्य सदस्यों की हालत भी खराब होती जा रही है। ऐसे में मंत्री ने मिलने का आश्वासन दिया था लेकिन वे भी शनिवार को नहीं पहुंचे। ऐसे में लोगों के अंदर रोष बढ़ रहा है और वे विरोध का अन्य रास्ता अपनाने के लिए विवश हो जाएंगे। ज्ञात रहे कि ट्रक-आटो मार्कीट को पुराना शूगर मिल एरिया में शिफ्ट करना है, जहां सरकार की तरफ से उन्हें करीब 30 हजार रुपए प्रतिगज के हिसाब से प्लाट दिए जाने हंै लेकिन जमीन का रेट अधिक होने की बात कहकर एसोसिएशन के सदस्यों व सरकार के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।

ऐसे में एसोसिएशन के 5 सदस्य सुनील सुरजा, प्रवीन आंतिल, संजय दलाल, जोगेंद्र व मुकेश 26 फरवरी से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। प्रशासन की तरफ से उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही। न ही सरकारी एम्बुलैंस की व्यवस्था की गई और न ही पी.सी.आर. लगाई गई। प्राइवेट डाक्टर रोजाना उन्हें मॉनीटर कर रहे हैं। शाम को उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया और आगे के विरोध की घोषणा जल्द करेंगे। भूख हड़ताल पर बैठे एसोसिएशन के सदस्यों से मिलने के लिए मंत्री मनीष ग्रोवर को शनिवार सुबह 11 बजे आना था लेकिन वो मिलने नहीं पहुंचे। 

2004 से मार्कीट शिफ्ट होने की चल रही बात 
ज्ञात रहे कि ट्रक-आटो मार्कीट को शिफ्ट करने का मामला वर्ष 2004 से चल रहा है। हुड्डा सरकार में भी मार्कीट शिफ्ट करने को लेकर दुकानदारों ने विरोध प्रकट किया था और 2 बार हड़ताल करते हुए मार्कीट बंद की व रोड जाम किया गया था। उसके बाद पहली बार भूख हड़ताल की गई लेकिन सरकार ने उनकी बात को अभी नहीं माना है। ऐसे में करीब 14-15 साल गुजर जाने के बाद भी मार्कीट शिफ्ट करने को लेकर विवाद बना हुआ है और सरकार व मार्कीट एसोसिएशन के बीच कोई सहमति नहीं बन पा रही है। 

नहीं सुन रही सरकार : संजय 
ट्रक-आटो मार्कीट के प्रधान संजय दलाल ने बताया कि वह 26 फरवरी से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं लेकिन अभी तक प्रशासन व सरकार ने उनकी सुध नहीं ली है। लोगों की हालत काफी खराब हो चुकी है और प्रवीन आंतिल को पी.जी.आई. में भर्ती भी करवाना पड़ा। ऐसे में लोगों की जान खतरे में आ गई है। ऐसे में वह धरने को खत्म कर रहे हैं और विरोध का अन्य कोई तरीका खोजेंगे। सरकार के साथ अभी तक उनकी कोई बात नहीं हुई है। मंत्री को मिलने आना था, वह नहीं आए। आगे की रणनीति लोगों से बात करके बनाई जाएगी।

Shivam