भूपेंद्र हुड्डा के आवास पर लगभग 9 घंटे चली CBI की रेड हुई ख़त्म

9/3/2016 7:14:31 PM

रोहतक (दीपक भारद्वाज): मानेसर जमीन घोटाले को लेकर शनिवार को सी.बी.आई. ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के गुडगांवा, चंडीगढ़ व रोहतक सहित करीब 20 ठिकानों पर छापेमारी की। रोहतक में सी.बी.आई. की टीम करीब 9 घंटे तक पूर्व सी.एम. के आवास व कैम्प कार्यालय में डेरा डाले रही और दोनों जगह का चप्पा चप्पा खंगाला। इसी दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता आवास के बाहर एकत्रित हो गए। जिसे देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। रेड ख़त्म होने के बाद पुलिस सुरक्षा के बीच सी.बी.आई. की टीम को बाहर निकाला गया। टीम अपने साथ 2 कम्प्यूटर और कुछ दस्तावेज सील कर साथ ले गई। सीबीआई के अधिकारी ने बताया कि कुछ मिला है जो बहुत जल्द पता चल जाएगा।
 
शनिवार सुबह करीब सात बजे सी.बी.आई. की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के करीब 20 स्थानों पर तय कार्यक्रम के अनुसार छापेमारी की। सीबीआई की टीम ने चंडीगढ़, गुडगांवा, रोहतक में हुड्डा के ठिकानों को खंगाला। रोहतक में सीबीआई की अलग अलग दो टीमें पहुंची और निर्धारित समय पर ही पूर्व मुख्यमंत्री आवास व कैम्प कार्यालय पर छापा मारा। आवास पर इस वक्त पूर्व मुख्यमंत्री का भाई धमेन्द्र हुड्डा अपने परिवार के साथ रह रहा है। टीम ने आते ही परिवार वालो को इस बारे में बताया और उन्हें अलग से एक कमरे में बैठने को कहा। 
 
इसके बाद टीम ने अपनी कारवाई शुरू कर दी। थोडी ही देर में सी.बी.आई. के छापेमारी की सूचना से कांग्रेस नेताओं में हडकंप मच गया और आवास पर नेता व कार्यकर्ता पहुंचने शुरू हो गए। इसी दौरान प्रशासन को भी सीबीआई के छापे की भनक लगी और आनन फानन में डी.एस.पी. के नेतृत्व में पुलिस टीम पूर्व सीएम के आवास पर पहुंची और दोनों तरफ बेरिकेटस लगा दिए गए। सीबीआई ने आवास का मुख्य द्वार बंद कर लिया। करीब दो घंटे बाद विधायक शंकुतला खटक, पूर्व विधायक बीबी बत्तरा, एडवोकेट संत कुवार व अन्य नजदीकि आवास पर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया। पुलिस व कांग्रेस नेताओं के बीच खुब तनातनी भी हुई। जब पुलिस ने आवास के अंदर नहीं जाने दिया तो विधायक शंकुतला खटक पूर्व सीएम आवास के बाहर धरने पर बैठने लगी। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि यह तो पता चले आखिर किस विभाग की टीम जांच के लिए आई है। बाद में तीनों कांग्रेसी नेताओं को आवास की लॉबी तक ही जाने दिया और सीबीआई की कार्रवाई जारी रही।