14 लाख की सुरक्षा का जिम्मा महज 2100 के कंधों पर
7/16/2018 11:58:38 AM
सांपला(सोनू): रोहतक जिले में लगातार बढ़ रहे अपराध के पीछे कहीं न कहीं पुलिसकर्मियों की लगातार कम हो रही संख्या भी जिम्मेदार है। जिले में खाकी वालों की कमी के चलते अनुसंधान का कार्य भी प्रभावित हो जाता है। 14 लाख की जनसंख्या वाले रोहतक जिले में महज 2100 पुलिसकर्मी तैनात हैं, जबकि स्वीकृत पदों की संख्या 3350 है।
पुलिसकर्मियों की कमी के साथ ही अनुसंधान के साथ-साथ ट्रैफिक, वी.आई.पी. ड्यूटी व सुरक्षा व कोर्ट में बंदियों को पेशी का कार्य भी इन्हीं के जिम्मे है। ऐसे में यह जांच को प्रभावित करते हैं, जिससे अपराधी लंबे समय तक बाहर घूमते रहते हैं, जिससे उनके अन्य वारदात को अंजाम देने की सम्भावना भी बनी रहती है।
जिले में लगातार अपराध बढ़ता जा रहा है। चोरी व झपटमारी की घटनाएं जहां आम हो चली हैं, वहीं अब जघन्य वारदात भी धड़ल्ले से हो रही हैं। पिछले 2-3 माह के दौरान हत्याओं की हर रोज बढ़ी है। कुल मिलाकर 3 माह के दौरान करीब 3 दर्जन पर पहुंच चुकी हैं, तो बड़ी लूटपाट के भी कई मामले हुए हैं।
थानों में बढ़ रहा काम
पुलिस थानों में कामकाज लगातार बढ़ता जा रहा है। अपराध पर अंकुश के साथ ही पूरा रिकार्ड रखना व कोर्ट की गवाही भी पुलिसकर्मियों को उलझाए रखती है। इसके साथ ही अब प्रत्येक कार्य में पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया है। साथ ही किराएदार वैरीफिकेशन जैसे कार्य भी पुलिसकर्मियों पर बोझ ही बढ़ा रहे हैं।