21 पंचायतों की पुकार, हमारी सुनो मनोहर सरकार

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 01:14 PM (IST)

सिरसा: घग्गर के उफान पर आने के बाद अब गांव बुढ़ाभाणा में 6 गांव के लिए किश्ती ही सहारा बनी हुई है। गांव बुढ़ाभाणा घग्गर के तट पर बसा है। नदी के दूसरी पार बरनाला रोड पर गांव फरवाईं खुर्द है। नदी के जरिए गांव से सिरसा शहर की दूरी 11 किलोमीटर है। नदी के रास्ते के जरिए ही पंजाब की दूरी भी बेहद कम है। ऐसे में आसपास के दर्जनों गांवों के हजारों लोग नदी पर पुल बनाने की मांग करते आ रहे हैं। अनेक बार सरकारी फाइलों में भी पुल की योजनाएं बनी लेकिन सिरे नहीं चढ़ी। अभी कुछ समय पहले भी 21 गांवों की पंचायतों ने नदी पर पुल बनाने का प्रस्ताव प्रशासन को दिया था। फिलहाल तो किश्ती ही सफर का सहारा बनी हुई है। भजनलाल किश्ती चलाते हैं।

भजनलाल को नाव चलाते हुए 40 वर्ष का समय हो गया है। इस किश्ती के जरिए ही रोजानों छात्राएं, किसान, मजदूर सफर करते हैं और अपने गंतव्य पर पहुंचते हैं। नदी में जब 3 फीट से कम पानी होता है तो एक जुगाडऩुमा पुल के जरिए लोग नदी पार करते हैं। साल 2004 में गांव के नौजवानों ने ट्रकों की चैसियों को जोड़कर यह पुल बनाया था। इस पर नौजवान बाइक से भी नदी पार करते हैं लेकिन यह खतरे से कम नहीं है। कई बार यहां हादसे भी हो चुके हैं। यहां के लोग दशकों से नदी पर पुल बनाने की मांग करते आ रहे हैं। 21 गांव की पंचायतों ने प्रस्ताव पारित कर भी यहां पर पुल बनाए जाने की मांग की थी, पर शासकीय-प्रशासकीय उदासीनता का आलम है कि यह मांग आज भी अधूरी है। 

कुछ अरसा पहले गांव की छात्राओं ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चि_ी लिखकर अपनी व्यथा जाहिर करते हुए नदी पर पुल बनाने की मांग की थी। गांव के सरपंच रघुबीर सिहाग कहते हैं इस पुल को बनाने को लेकर हमने 21 गांवों की पंचायतों के प्रस्ताव भी कुछ माह पहले तत्कालीन उपायुक्त प्रभजोत सिंह को सौंपा था। सरपंच सिहाग कहते हैं कि सरकार बेशक नदी पर मिनी पुल बना दे। अगर यहां पर मिनी पुल बन जाए तो निश्चित रूप से हजारों लोगों को लाभ मिलेगा। गांव के खरैत कम्बोज, संदीप श्योराण, जगदीप सिद्धू, सुनील धवन का कहना है कि यहां पुल की सख्त जरूरत है। अगर पुल बन जाता है तो गांव सीधा बरनाला रोड से जुड़ जाएगा। 

इन गांवों ने भेजे प्रस्ताव
गांव के सरपंच रघुबीर सिहाग बताते हैं कि इस पुल बनाने की मांग को लेकर गांव बुढ़ाभाणा, किराड़कोट, नागोकी, अलीकां, रंगा, पनिहारी, भरोखां, बरुवाली, संघर सरिस्ता, बुर्जकर्मगढ़, फरवाईं खुर्द, फरवाईं कलां, नेजाडेला खुर्द, मल्लेवाला, सहारनी, बुर्जभंगू, बप्पां आदि पंचायतों ने प्रस्ताव पारित कर प्रशासन को दिए थे।


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Isha

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