एजैंसियों ने गेहूं की खरीद रोकी

4/22/2019 2:27:21 PM

ऐलनाबाद(विक्टर): आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान व हैफेड के मैनेजर के बीच गेहूं खरीद को लेकर तकरार हो जाने से तीनों एजैंसियों ने मंडी में गेहूं की खरीद रोक दी है जिससे किसान व आढ़ती बेहद परेशान नजर आ रहे हैं। मंडी में इस समय गेहूं की आवक जोरों पर है तथा ऐलनाबाद की अनाज मंडी व एडिशनल मंडी पूरी तरह से गेहूं से भर चुकी है तथा अब आढ़ती मार्कीट कमेटी के उचाधिकारियों की अनुमति मिलने पर मंडी से बाहर गेहूं डालने पर मजबूर हो रहे हैं।

खरद के साथ साथ मंडी से गेहूं का उठान भी रोक दिया है जिससे मंडी में मजदूरों, किसानों का भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी अनुसार शनिवार को हैफेड के मैनेजर प्रदीप खन्ना गेहूं खरीद को लेकर मंडी में थे तभी उनकी गेहूं खरीद को लेकर आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान जसवीर चहल से तकरार हो गई। इसी से नाराज होकर उन्होंने खरद बंद कर दी। बताया जाता है कि हैफेड, खाद्य एवं आपूर्त विभाग व वेयर हाऊस ने भी खरीद रोक दी है। खरीद रोके जाने से मंडी के आढ़ती व किसान बेहद परेशान नजर आ रहे हैं।

बिना सुरक्षा मंडी में गेहूं खरीदना मुश्किल : खन्ना
इस संबंध में जब हैफेड के मैनेजर प्रदीप खन्ना का कहना था कि वे शनिवार को मंडी में खरीद कर रहे थे तभी आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान जसवीर चहल ने उनसे बदसलूकी तथा उन्हें काफी बुरा भला कहा। उनका कहना था कि बिना सुरक्षा मंडी में खरीद करना मुश्किल है। उन्होंने पूरी घटना हैफेड के डी.एम. व उच्चाधिकारियों के नोटिस में दे दी है, अब सोमवार को उनकी तरफ से जो आदेश आएंगे, उनका पालन किया जाएगा, वहीं उन्होंने गेहूं उठान बंद होने पर अनभिज्ञता जताई।

हैफेड मैनेजर से नहीं किया दुव्र्यवहार : चहल
इस संबंध में जब आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान जसवीर चहल से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्होंने हैफेड के मैनेजर से किसी तरह का कोई दुव्र्यवहार नहीं किया है। उन्होंने बताया कि उनकी दुकान पर 2 हजार से 25 हजार के बीच किसानों की गेहूं आई थी, मेनेजर साहब ने केवल 500 किं्वटल गेहंू लिखी जिस पर उन्होंने एतराज जताते हुए कहा कि उनकी दुकान पर आया किसानों की सारी गेहूं लिखी जानी चाहिए।

मंडी में तुरंत शुरू हो खरीद व उठान : गोरा
आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान जय सिंह गोरा का इस विवाद पर कहना है कि अगर किसी आढ़ती से किसी अधिकारी की कोई कहासुनी हो गई है तो गेहंू की खरीद रोकना कोई हल नहीं है। उनका कहना है कि खरीद रोकने से क्षेत्र के हजारों किसान परेशान हो रहे हैं। इस समय पल-पल बदल रहे मौसम से किसान डरा हुआ है, ऐसे में अगर मंडी में खरीद व उठान रोका जाता है तो यह कतई न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से आग्रह किया कि वे आढ़तियों व किसानों की समस्या को देखते हुए मंडी में तुरंत गेहूं की खरीद व उठान शुरू करवाएं।

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