गर्भपात मामले में महिला डाक्टर की शिकायत पहुंची स्वास्थ्य मंत्री विज तक

8/2/2015 9:30:17 AM

सिरसा: महिला चिकित्सक शकुंतला चौधरी द्वारा विवाहिता का अधूरा गर्भपात करने के मामले में पीड़ित ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की गुहार लगाई। स्वास्थ्य मंत्री ने पीड़ित को न्याय का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य मंत्री को सौंपे ज्ञापन में सिरसा निवासी राम मुंदड़ा ने कहा कि जनता भवन रोड स्थित चौधरी नर्सिंग होम की संचालिका डा. शकुंतला चौधरी ने उसकी पत्नी सोनिका का अधूरा गर्भपात कर उसकी जान खतरे में डाल दी।

डाक्टर की लापरवाही से सोनिका को काफी शारीरिक व मानसिक तकलीफों से गुजरना पड़ा। बाद में एक अन्य महिला चिकित्सक संतोष बिश्रोई ने कम्प्लीट अबोर्शन किया, जिससे सोनिका की जान बच पाई। पीड़ित महिला के पति ने कहा कि डा. शकुंतला चौधरी के फेवर में सामान्य अस्पताल के डाक्टर वीरेश भूषण व डा. विरेंद्र दीप सिंह गिल ने रिपोर्ट तैयार कर अपने पेशे का दुरुपयोग किया।

मैडीकल बोर्ड में शामिल इन दोनों डाक्टरों ने डा. शकुंतला चौधरी द्वारा किए गए गर्भपात को कम्प्लीट बताया, जबकि डा. संतोष बिश्रोई ने लिखित में यह दिया है कि सोनिका का गर्भपात अधूरा था। इससे स्पष्ट होता है कि मैडीकल बोर्ड की रिपोर्ट झूठी थी। राम मुंदड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से यह भी कहा कि ए.एस.पी. प्रतीक्षा गोदारा ने करीब 2 माह पूर्व सिटी एस.एच.ओ. सुभाष बिश्नोई को मामले की जांच सौंपी थी परंतु अभी तक पुलिस ने कुछ नहीं किया। उन्होंने मंत्री से गुहार लगाई कि डा. शकुंतला चौधरी व सरकारी डा. वीरेश भूषण, डा. विरेंद्र दीप सिंह गिल के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उसे न्याय दिलाया जाए।