उपचुनाव में लड़कियों की शिक्षा के लिए महाविद्यालय की मांग, रह सकता है मुख्य मुद्धा

2/24/2021 1:15:33 PM

एेलनाबाद (सुरेन्द्र सरदाना) : ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र राजस्थान की सीमा के साथ सटा हुआ हरियाणा का अंतिम विधानसभा क्षेत्र है। यह विधानसभा क्षेत्र पिछडेपन की मुँह बोलती तस्वीर है या यूं कह लिजिए ऐलनाबाद में विकास का पहिया नहीं घुमा है। इस क्षेत्र के विकास में पिछड़ेपन के अनेक कारण है लेकिन सभी कारणों में एक सब से बडा कारण यह  रहा है कि इस विधानसभा क्षेत्र का विधायक, सत्ता पक्ष से दूसरी पार्टी का चुना जाता रहना रहा है। सब का साथ सब का विकास का दम्भ भरने वाली न केवल मनोहर सरकार ने ही ऐलनाबाद में शिक्षा व स्वाथ्य के क्षेत्र में विकास के नाम पर ऐलनाबाद के साथ सौतेला व्यवहार किया है बल्कि ऐलनाबाद से विधायक बने अभय सिंह चौटाला ने भी शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए विकास के लिए जनता की कोई सुध नहीं ली।

जिसने क्षेत्र के पिछड़ने के लिए कोढ़ में खाज का काम किया है। बेशक मनोहर सरकार ने ऐलनाबाद के लोगों को अंडर पास जैसी सुविधाएं दी है लेकिन लोगों की चिरकाल से चली आ रही लड़कियों के लिए सरकारी कॉलेज, नागरिक हस्पताल में एम डी डॉक्टर की सेवाएं देने आदि की मांग की  तरफ अभी तक किसी  नेता ने भी कोई ध्यान नही दिया है। वर्ष 2019 में हुए मुख्य चुनाव में जब भाजपा की लहर थी ,में भी इस सीट पर इनैलो की टिकट से अभय सिंह चौटाला ने अपना परचम लहराया ओर बीजेपी के पवन बेनीवाल को दूसरी बार लघभग 11 हज़ार वोट से पराजित किया। जब जनता ने सत्तासीन सरकार के उमीदवार पर अपनी आस्था नही जताई तो स्वभाविक है कि क्षेत्र की जनता को इस का खामियाजा अपने पिछड़ेपन के दंश के रूप में झेलना ही पड़ा और आज तक भी लड़कियो के पढ़ने के लिए न ही तो कोई सरकारी कॉलेज खुल सका और न ही कोई पॉलिटेक्निक या आई टी आई कॉलेज।

ऐसे में क्षेत्र की लड़कियों को अपनी शिक्षा ग्रहण करने के लिए आज भी यहाँ से 45 किलोमीटर दूर सिरसा में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है। ऐसी शिक्षा ग्रहण के लिए सरकार द्वारा लड़कियों के लिए  परिवहन की भी अलग से कोई व्यवस्था नही की गई है । जिस के चलते अनेको लड़कियों को तो इस दूरी के चलते अपनी उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित भी होना पड़ता है जो कि सीधे रूप से उनके मौलिक अधिकार शिक्षा के अधिकार का हनन है। ऐलनाबाद के पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । शीघ्र ही निकट भविष्य में ऐलनाबाद में उपचुनाव होना है ।अब  सवाल यह है कि अब एलनाबाद का अगला ऐसा विधायक कोन होगा कि जो लोगो की ऐसी अनेक मांगो को पूरा करेगा ।

खैर चुनाव आयोग द्वारा ऐलनाबाद विधानसभा  के उप चुनाव की दिनांक घोषित करना अभी शेष है। भविष्य में क्या समीकरण बनते है यह तो  चुनाव की घोषणा के बाद ही पता चलेगा। लेकिन इतना जरूर है कि एलनाबाद की जनता यह जरूर चाहेगी की इस बार यहाँ का विधायक ऐसा सशक्त बने जो  केवल सत्ता सुख भोगने वाला न  हो  बल्कि पांच वर्ष जनता  के बीच मे  रह कर  एलनाबाद में विकास की बयार बहा दे ओर गत 16 वर्षो से विकास की दृष्टि से उपेक्षा का दंश झेल रहे उपमंडल का विकास करवा सके।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

 

Content Writer

Manisha rana