सरकारी कार्य में बाधा डालने पर दर्जनभर कर्मचारियों पर मामला दर्ज

12/16/2017 1:42:13 PM

सिरसा(ब्यूरो):राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिलेभर में तैनात किए गए कर्मचारियों द्वारा गत दिवस सिविल सर्जन कार्यालय के घेराव व सिविल सर्जन की कुर्सी पर मिट्टी डालने के मामले में अस्पताल प्रशासन ने दर्जनभर कर्मचारियों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया है। वहीं, सरकार द्वारा गत दिवस कर्मचारियों की कुछ मांगें मान लिए जाने के बाद आज कर्मचारियों द्वारा ड्यूटी ज्वाइन करने की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन अब कर्मचारी इस मांग पर अड़ गए हैं कि जब तक कर्मचारियों पर दर्ज केस रद्द नहीं किया जाता, वे हड़ताल जारी रखेंगे। हालांकि, आमजन को भी आज उम्मीद जगी थी कि कर्मचारियों के काम पर लौटने से उन्हें परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी लेकिन उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी। वहीं, अस्पताल के सिविल सर्जन गोविंद गुप्ता का कहना है कि ऊपर से जो आदेश आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि विगत 5 दिसम्बर से एन.एच.एम. के जिलेभर में तैनात कर्मचारी लगातार नागरिक अस्पताल में हड़ताल किए हुए थे। गत दिवस सी.एम.ओ. चंडीगढ़ मीटिंग में गए हुए थे। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 12 दिसम्बर को प्रदेश के सभी अस्पतालों के 2 किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लगाने के आदेश जारी किए थे, जिन्हें अधिकारियों ने हल्के में लिया और उसी का नतीजा था कि गत दिवस की दोपहर हड़ताली कर्मचारियों ने पहले सी.एम.ओ. कार्यालय का घेराव किया और बाद में सी.एम.ओ. की कुर्सी पर मिट्टी डाल दी। इस घटनाक्रम की सूचना जब सी.एम.ओ. को लगी तो उन्होंने उपायुक्त व उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जिसके बाद दर्जनभर कर्मचारियों पर रात्रि को विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

इन पर करवाया मामला दर्ज
डिप्टी सिविल डा. राजकुमार की शिकायत पर जिन कर्मचारियों पर केस दर्ज किया गया है, उनमें एन.एच.एम. के जिला प्रधान व ई.एम.टी. कुंदन गावडिय़ा, डी.ए.सी. अनिल मलिक, फिजियोथैरेपिस्ट जगतपाल, चालक रायसिंह, नरेश कुमार, अरुण, सुरेंद्र कुमार, अतुल, विनोद कुमार, सुखदेव सिंह, रामसिंह, जीवन सिंह ए.एन.एम. बलजीत कौर शामिल हैं।

डा. गोबिंद गुप्ता, सिविल सर्जन सिरसा
वे गत दिवस मुख्यमंत्री की बैठक में चंडीगढ़ गए हुए थे। पीछे से कुछ कर्मचारियों ने सी.एम.ओ. कार्यालय में घुसकर कुर्सी पर मिट्टी डाली और कर्मचारी से भी धक्का-मुक्की की। इस मामले में उपायुक्त व विभाग के उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत करवा दिया है और यहां तैनात कर्मचारी के बयानों पर दर्जनभर कर्मचारियों पर केस दर्ज किया गया है।