ऑल इंडिया रेडियो पर कविता की प्रस्तुति दे ऐलनाबाद का नाम रोशन किया सेवानिवृत्त फार्मासिस्ट ने

9/6/2021 3:31:30 PM

ऐलनाबाद (सुरेंद्र सरदाना) : जिस तरह सुगन्ध छिपाने से नहीं छिपती इस प्रकार किसी व्यक्ति में अगर कोई कला हो तो वह व्यक्ति अपनी कला को कितना भी क्यों न छिपा लें, लेकिन वह कला एक न एक दिन लोगों के सामने आ ही जाती है। इसी प्रकार का उदाहरण ऐलनाबाद में तब सामने आया जब शहर के वार्ड नबंर-10 का रहने वाला मोहन लाल अरोड़ा जो पेशे से फार्मासिस्ट है और गत अनेक वर्षों से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा है। अब अपनी सेवाओं से सेवानिवृत्त है, जिसके चलते मोहनलाल अरोड़ा को अधिकतर लोग एक रिटायर्ड व्यक्ति के रूप में जानते हैं। उनकी पत्नी शारदा अरोड़ा भी स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त हो चुकी है। इतना ही नहीं इनके एक बेटा और एक बेटी है। जो दोनों ही विवाहित है और दोनो ही डॉक्टर के रूप में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे है।

गत अनेक वर्षों से स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े हुए ऐसे में कोई भी व्यक्ति नहीं सोच सकता कि मोहन लाल अरोड़ा एक शानदार कवि भी है। इस का खुलासा तो तब हुआ जब हाल ही में मोहन लाल द्वारा प्रस्तुत एक कविता बधाई थिवे बधाई रखड़ी है आई, वडी भैण घेन के आई मिठाई, भीरा दी कलाई है सजाई, जब आल इंडिया रेडियो स्टेशन पर गूंजी जिससे न केवल मोहन लाल ने अपना बल्कि ऐलनाबाद का नाम भी रोशन किया। अब तक कला को छिपा के रखे हुए मोहन लाल के बारे पता चला है कि वह अब तक 120 से अधिक कविताएं लिख चुके हैं। जिसमें से किसलय, स्पंदन, माँ की महिमा, स्त्रीत्व का संघर्ष, मोतियों की लड़ी, नवदीप, मेरी बेटी मेरा अभिमान जैसी उनकी 22 पुस्तकें भी मार्किट में आ चुकी हैं और कुछ पुस्तकें अभी गुफ्तगुं पब्लिशर्ज, प्रयाग राज में छप रही है। उन्होंने पिछले साल मार्च में लॉकडाउन के दौरान लिखना शुरू किया था। इसी कड़ी में उन्होंने अब तक 120 कविताएं लिख दी है।

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Content Writer

Manisha rana