अफसरों की ''उदासीनता'' की भेंट चढ़ रहा महोत्सव

12/18/2018 1:28:02 PM

सिरसा(भारद्वाज): प्रदेश सरकार बेशक गऊ, गीता के प्रति लोगों में अलख जगाने के मकसद से जमीनी स्तर पर कुछ करने के मूड में है मगर जिले के अफसरों के लिए शायद सरकार का यह प्रयास कोई खास पहलू नहीं है और यही कारण है कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू करवाए गए अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन सिरसा में फीके पड़ गए हैं। खास बात यह है कि सिरसा में प्रदेश सरकार के निर्देश पर इस आयोजन के लिए 15 लाख रुपए का बजट निर्धारित किया है लेकिन अफसरों की बेरुखी का ही आलम है कि महज औपचारिकताएं ही बरती जा रही हैं।

दरअसल, प्रदेश सरकार के निर्देश पर सिरसा स्थित चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हॉल में 3 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया जा रहा है। इस आयोजन के लिए अफसरों की एक कमेटी भी गठित की हुई है ताकि महोत्सव को सार्थक बनाया जा सके लेकिन यहां आलम यह है कि इस महोत्सव के दूसरे दिन भी 'जन' की दूरी ही रही। इसके पीछे वास्तविक कारण तो ये है कि अफसरों ने आयोजन में ही दिलचस्पी कम रखी मगर अब ठीकरा उल्टे मीडिया के सिर ही फोड़ा जा रहा है। 

इस संदर्भ में आयोजन कमेटी के सचिव ने बताया कि उनकी ओर से प्रचार पूरे स्तर पर किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि अंतिम दिन यहां खूब भीड़ होगी। मगर ए.डी.सी. आमना तस्नीम ने आयोजन से आमजन की दूरी के संदर्भ में इतना ही कहा कि यह सब मीडिया की गलती है, मसलन मीडिया प्रचारित नहीं कर रहा। लिहाजा, साफ तौर पर कहा जा सकता है कि प्रदेश सरकार की यह सोच सिरसा के अफसरों को भा नहीं रही है और तीन दिनों तक होने वाले इस महोत्सव को ही औपचारिकता के लिए मान लिया गया है।

Rakhi Yadav