भंडाफोड़ : हरियाणा की कोख का पंजाब में हो रहा ‘कत्ल’

punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2019 - 03:41 PM (IST)

सिरसा (कौशिक): सिरसा के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को ङ्क्षलगानुपात के मामले में एक और बड़ी सफलता हासिल करते हुए ऐसे गिरोह को बेनकाब किया है जो हरियाणा की उन गर्भवती महिलाओं को पंजाब में लेकर गर्भपात करवाते थे जिनके गर्भ में लड़की होती थी। असल में स्वास्थ्य विभाग ने 5 दिनों के अंतराल में पंजाब की ऐसी दूसरी गैंग का खुलासा किया है जो पिछले लंबे समय से ङ्क्षलग जांच के मामले में अपने जाल में फांसते थे। इससे पहले भी पंजाब के मलोट से टीम ने एक आशा वर्कर व एक अन्य को काबू किया था जबकि आज 2 चचेरी बहनें जाल में फंसी हैं।

दरअसल, सिरसा स्वास्थ्य विभाग पिछले लंबे समय से ङ्क्षलगानुपात को लेकर काफी परेशान था। चूंकि रेशो लगातार बिगड़ता जा रहा था और मुख्यालय से भी जवाब तलबी हो रही थी। ऐसे में विभाग ने इस मामले में गंभीरता से कदम उठाए और नैटवर्क को सक्रिय किया। इसी नैटवर्क के कारण 5 दिन पूर्व भी एक महिला को फर्जी ग्राहक बनाकर संदिग्ध लोगों की टीम के पास भेजा जो 40 हजार रुपए में पंजाब के मलोट में भू्रण हत्या मसलन ङ्क्षलग जांच के बाद कोख में पल रही कन्या का गर्भपात भी करते थे।

ऐसे ही टीम ने गांव भावदीन को भी अपने राडार पर लिया हुआ था क्योंकि भावदीन में भी ङ्क्षलगानुपात की स्थिति काफी बिगड़ी हुई थी। जब स्वास्थ्य विभाग ने इस गांव को राडार पर लिया तो एक महिला खुद ब खुद फोकस होती चली गई। विभागीय सूत्रों के अनुसार इसी गांव में रहने वाली परविंद्र कौर लगातार पंजाब में आ जा रही थी। उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ तो उसे ट्रैक करना शुरू कर दिया।

जब विभागीय टीम का शक यकीन में बदलने लगा तो इसे रंगे हाथों काबू करने के लिए एक जाल बुना गया। विभाग द्वारा तय किए गए प्लान के तहत परविंद्र कौर के पास एक महिला के रूप में फर्जी ग्राहक भेजा गया। परविंद्र कौर ने इस महिला को बताया कि वह उसका काम करवा सकती है मगर इस एवज में 50 हजार रुपए लगेंगे। तय प्लान के अनुसार इस महिला ने भी परविंद्र से सौदा कर लिया और पेशगी के तौर पर 7 हजार रुपए भी दे दिए गए। सोमवार को परविंद्र कौर इस महिला को साथ लेकर पंजाब के जलालाबाद में अपनी चचेरी बहन परमजीत कौर के पास ले गई।

बाद में ये दोनों बहने इस महिला को अपने साथ लेकर एक आर.एम.पी. डा. गौरव के अस्पताल ले गई लेकिन यहां से उसे किसी और अस्पताल में ले जाया जाना था और जैसे ही महिला एक बाइक पर सवार हुई तो इन लोगों को टीम की घेराबंदी का शक हो गया। इस पर ये लोग महिला को वहीं छोड़कर फरार हो गए मगर टीम ने भावदीन की परविंद्र कौर व उसकी चचेरी बहन परमजीत कौर को काबू कर लिया। इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।


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Shivam

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