आधी रात को जमकर बरसे ‘मेघ’

6/17/2019 5:27:37 PM

सिरसा (का.प्र.): मध्य रात्रि को हुई बरसात ने शहर को टापू में तबदील कर दिया। बारिश से जहां गर्मी से लोगों को राहत मिली है, वहीं दुकानदारों के लिए आफत बनकर आईं। शहर में हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। वहीं फसलों में भी पानी जमा हो गया है, जिससे फसलों के खराब होने की आशंका है। शनिवार शाम से ही मौसम ने करवट बदल ली थी। शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात करीब 3 बजे मूसलाधार बारिश हुई बरसात पौने घंटे तक होती रही। इसके बाद बारिश कुछ देर के लिए थम गई। करीब आधे घंटे बाद बदरा फिर बरस पड़े और 20 मिनट तक तेज बरसात होती रही। एक घंटे की मूसलाधार बारिश के कारण शहर में चहुंओर पानी भर गया।  

शहर के शिव चौक, सर्कूलर रोड, जनता भवन रोड, पुराना कचहरी रोड, सूरतगढिय़ा बाजार, सदर बाजार, पशु अस्पताल क्षेत्र सहित शहर के अनेक इलाके बरसात से जलमग्र हो गए। नीचले इलाकों में लगभग दो से तीन फुट तक पानी भर गया है। बाजारों की कई दुकानों में भी पानी घुस गया। वहीं, जनता भवन रोड की दुकानों के आगे लबालब पानी भरा हुआ था। पिछले एक पखवाड़े से सिरसा के लोग सूर्य की अग्रि से तप रहे थे। रविवार को भी मौसम खुशगवार रहा। कल तक जो पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया था, वह लुढ़कर कर 36 डिग्री तक आ गया।

मौसम की पहली बारिश होने से फसलों को मिली संजीवनी
राजस्थान की सीमा से सटे पैंतालिसा क्षेत्र में शनिवार रात को हुई मौसम की पहली बारिश से मौसम खुशगवार हो गया जिससे किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। ज्येष्ठ के महीने में पड़ रही भयंकर गमी में सावनी की फसल कपास व बीटी नरमे की फसल झुलस रही थी। उसको तो संजीवनी मिली ही है साथ ही बिरानी ग्वार व बाजरे की बिजाई भी की जा सकेगी जिससे किसानों को राहत महसूस हुई है।

किसानों का कहना है कि रात को तेज हवा चलने के बाद हुई बारिश कपास व बीटी नरमे की फसल के लिए संजीवनी साबित होगी। राजस्थान कि सीमा से सटे पैंतालिसा क्षेत्र के कागदाना, कुम्हारिया, खेड़ी, बरासरी, लुदेसर, जसानियां, चाहरवाला, जोगीवाला, रामपूरा नवाबाद, गिगोरानी, शाहपूरिया, जोड़कियां, हंजीरा, नाथूसरी, रामपुरा ढिल्लों सहित सभी गांवों में करीब 8 से 10 मिलीमीटर बारिश होने से गर्मी से तो निजात मिली ही, वहीं सावनी की फसल के लिए भी फायदेमंद साबित होगी।

Shivam